Hindi A. class 10th खण्ड – क |
अपठित बोध निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दें – |
स्वास्थ्य हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। यदि हम स्वस्थ रहना चाहते हैं तो हमें अपने खानपान, दिनचर्या और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए । संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त नींद अच्छे स्वास्थ्य के मुख्य स्तंभ हैं। इसके अतिरिक्त, तनाव से बचना और सकारात्मक सोच रखना भी स्वास्थ्य बनाए रखने में सहायक होता है। स्वास्थ्य का सीधा संबंध हमारे दैनिक कार्यों और उत्पादकता से होता है। जो व्यक्ति स्वस्थ होता है, वह न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी अधिक सक्षम होता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई लोग अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे दीर्घकालिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहकर एक स्वस्थ और सुखी जीवन जीने का प्रयास करना चाहिए। |
1. स्वस्थ जीवन जीने के लिए गद्यांश में किन मुख्य स्तंभों का उल्लेख किया गया है?
(A) संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद
(B) केवल व्यायाम और खानपान
(C) तनाव और सकारात्मक सोच सपान एन प्रशि
(D) शारीरिक और मानसिक आराम
उत्तर- (A) संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद
2. स्वास्थ्य का सीधा संबंध किससे है?
(A) सामाजिक जीवन से
(B) दैनिक कार्यों और उत्पादकता से
(C) धन संपत्ति से
(D) भागदौड़ भरी जिंदगी से
उत्तर- (B) दैनिक कार्यों और उत्पादकता से
3. तनाव से बचने के लिए गद्यांश में क्या उपाय सुझाया गया है?
(A) अधिक काम करना नवोन्मेष शोध
(B) सकारात्मक सोच रखना
(C) पर्याप्त खाना खाना
(D) देर रात तक जागना
उत्तर- (B) सकारात्मक सोच रखना
4. भागदौड़ भरी जिंदगी में स्वास्थ्य को नजरअंदाज करने का क्या परिणाम हो सकता है?
(A) शांति और सुकून
(B) दीर्घकालिक बीमारियों का खतरा
(C) बेहतर उत्पादकता
(D) अधिक ऊर्जा प्राप्त होना
उत्तर- (B) दीर्घकालिक बीमारियों का खतरा
निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दें – |
नारी है शक्ति, नारी है ज्ञान, नारी के बिना अधूरी है सृष्टि महान। वह स्नेह का सागर, करुणा की धार, नारी है सृजन की अद्भुत पुकार । संघर्षों से आगे बढ़ती है नारी, हर बाधा को वह सरलता से हारी। समर्पण, साहस, धैर्य का प्रतीक, नारी के बिना जीवन है अधूरा अधीर। सम्मान दो नारी को, पहचान दो, उसके स्वप्नों को भी उड़ान दो। नारी है प्रकाश, नारी है जीवन, उससे ही है यह जगत स्पंदन । |
5. पद्यांश के अनुसार, नारी के बिना क्या अधूरी है?
(A) समाज
(B) सृष्टि
(C) शिक्षा
(D) राजनीति
उत्तर- (B) सृष्टि
6. नारी को किसका प्रतीक बताया गया है?
(A) संघर्ष और क्रोध
(B) समर्पण, साहस और धैर्य
(C) शक्ति और सत्ता
(D) सुंदरता और कला
उत्तर- (B) समर्पण, साहस और धैर्य
7. पद्यांश में नारी को किन गुणों से सम्बोधित किया गया है?
(A) क्रोध और लालच
(B) स्नेह, करुणा और सृजन
(C) धन और वैभव
(D) कठोरता और अनुशासन
उत्तर- (B) स्नेह, करुणा और सृजन
8. नारी के स्वप्नों के लिए क्या आग्रह किया गया है?
(A) उन्हें दबाने का
(B) उन्हें उड़ान देने का
(C) उन्हें नज़रअंदाज करने का
(D) उन्हें सीमित रखने का
उत्तर- (B) उन्हें उड़ान देने का
खण्ड – ख |
व्याकरण निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प का चयन कीजिए – |
9. सकर्मक क्रिया का उदाहरण चुनें:-
(A) बच्चा रो रहा है।
(B) मैं खाना खा रहा हूँ।
(C) पक्षी उड़ रहा है।
(D) चंद्रमा चमक रहा है।
उत्तर- (B) मैं खाना खा रहा हूँ।
10. सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया में मुख्य अंतर क्या है?
(A) कर्ता में
(B) क्रिया में
(C) कर्म की आवश्यकता में
(D) वाक्य की संरचना में प्रशिक्ष
उत्तर- (C) कर्म की आवश्यकता में
11. सकर्मक क्रिया में हमेशा क्या होता है?
(A) एक कर्ता
(B) एक कर्म
(C) एक वाक्य
(D) एक काल
उत्तर- (B) एक कर्म
12. निम्नलिखित में से किस वाक्य में क्रिया पद का उपयोग हुआ है?
(A) बच्चा दौड़ रहा है।
(B) हरे-भरे पेड़।
(C) बड़ी मिठाई।
(D) नदी का किनारा।
उत्तर- (A) बच्चा दौड़ रहा है।
13. ‘पत्र’ शब्द का एक अर्थ नहीं है:
(A) पत्रिका
(B) पत्ता
(C) चिट्ठी
(D) पुस्तक
उत्तर-(D) पुस्तक
14. ‘मुख’ शब्द का एक अर्थ क्या हो सकता है?
(A) चेहरा
(B) द्वार
(C) सिर
(D) कंठ
उत्तर- (A) चेहरा
15. अव्यय शब्द की परिभाषा क्या है?
(A) जो समय, स्थान, काल आदि में परिवर्तन करता है।
(B) जो वाक्य में कार्य करता है।
(C) जो अपनी स्थिति या रूप में कभी नहीं बदलता ।
(D) जो वाक्य में संज्ञा के रूप में आता है।
उत्तर- (C) जो अपनी स्थिति या रूप में कभी नहीं बदलता ।
16. ‘वह जल्दी आया’ वाक्य में ‘जल्दी’ शब्द किस प्रकार का अव्यय है?
(A) कालवाचक अव्यय
(B) क्रियाविशेषण अव्यय
(C) स्थानवाचक अव्यय
(D) सम्बन्धवाचक अव्यय
उत्तर- (B) क्रियाविशेषण अव्यय
17. ‘राजमहल’ शब्द किस प्रकार का समास है?
(A) तत्पुरुष समास
(B) द्विगु समास
(C) कर्मधारय समास अनुसंधान एन प्रशि
(D) द्वंद्व समास
उत्तर- (A) तत्पुरुष समास
18. ‘बहुव्रीहि समास’ में किस प्रकार के पद होते हैं?
(A) दो पदों का अर्थ एक साथ मिलकर नया अर्थ बनाता है।
(B) दोनों पदों का अर्थ एक ही होता है।
(C) पहला पद दूसरे पद का विशेषण करता है।
(D) समास का अर्थ दोनों पदों से अलग होता है।
उत्तर- (D) समास का अर्थ दोनों पदों से अलग होता है।
19. ‘तुम स्कूल जाओ, और मैं घर पर रहूँगा’ इस वाक्य का प्रकार क्या है? शाघ
(A) सरल वाक्य
(B) मिश्र वाक्य
(C) संयुक्त वाक्य
(D) विशेष वाक्य
उत्तर- (C) संयुक्त वाक्य
20. ‘मैंने उसे बुलाया क्योंकि वह देर से आया था’ इस वाक्य में कौन सा वाक्य है?
(A) सरल वाक्य
(B) मिश्र वाक्य
(C) संयुक्त वाक्य
(D) व्याख्यात्मक वाक्य
उत्तर- (B) मिश्र वाक्य
खण्ड – ग |
पाठ्य पुस्तक निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के लिए सही उत्तर का चयन करें बार-बार सोचते, क्या होगा उस कौम का जो अपने देश की ख़ातिर घर-गृहस्थी-जवानी-ज़िंदगी सब कुछ होम देने वालों पर भी हँसती है और अपने लिए बिकने के मौके ढूँढ़ती है। दुखी हो गए। पंद्रह दिन बाद फिर उसी क़स्बे से गुज़रे । क़स्बे में घुसने से पहले ही खयाल आया कि क़स्बे की हृदयस्थली में सुभाष की प्रतिमा अवश्य ही प्रतिष्ठापित होगी, लेकिन सुभाष की आँखों पर चश्मा नहीं होगा। |
21. गद्यांश में लेखक को किस बात का दुःख हो रहा है?
(A) कौम की मानसिकता और अपने देश के प्रति उनकी निष्ठा
(B) चश्मे की कमी प्रशिक्षण
(C) सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति के बारे में वरिष रोची
(D) अपने जीवन के फैसलों के बारे में
उत्तर- (A) कौम की मानसिकता और अपने देश के प्रति उनकी निष्ठा
22. गद्यांश में लेखक का यह विचार “सुभाष की आँखों पर चश्मा नहीं होगा” का क्या अर्थ है?
(A) चश्मा सुभाष चंद्र बोस की पहचान का हिस्सा नहीं था
(B) सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति में कोई कमी थी
(C) चश्मा मूर्ति के साथ जोड़ने का विचार लेखक ने किया था
(D) लेखक ने चश्मा बनाने की योजना बनाई थी
उत्तर- (B) सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति में कोई कमी थी
बेटे के क्रिया-कर्म में तूल नहीं किया; पतोहू से ही आग दिलाई उसकी। किंतु ज्योंही श्राद्ध की अवधि पूरी हो गई, पतोहू के भाई को बुलाकर उसके साथ कर दिया, यह आदेश देते हुए कि इसकी दूसरी शादी कर देना। इधर पतोहू रो- रोकर कहती मैं चली जाऊँगी तो बुढ़ापे में कौन आपके लिए भोजन बनाएगा, बीमार पड़े, तो कौन एक चुल्लू पानी भी देगा? मैं पैर पड़ती हूँ, मुझे अपने चरणों से अलग नहीं कीजिए! लेकिन भगत का निर्णय अटल था। तू जा, नहीं तो मैं ही इस घर को छोड़कर चल दूँगा यह थी उनकी आखिरी दलील और इस दलील के आगे बेचारी की क्या चलती? |
23. भगत का निर्णय क्या था?
(A) पतोहू को घर में ही रखने का
(B) पतोहू की दूसरी शादी कराने का
(C) पतोहू को घर से बाहर निकालने का
(D) पतोहू को छोड़ देने का
उत्तर- (B) पतोहू की दूसरी शादी कराने का
24. पतोह ने क्या कहा था जब भगत ने उसे घर छोड़ने के लिए कहा?
(A) “मैं घर से नहीं जाऊँगी”
(B) “मैं दूसरी शादी करूँगी”
(C) “मैं आपके लिए बुढ़ापे में भोजन बनाऊँगी”
(D) “मैं घर छोड़ने को तैयार हूँ”
उत्तर- (C) “मैं आपके लिए बुढ़ापे में भोजन बनाऊँगी”
निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के लिए सही उत्तर का चयन करें |
भुजबल भूमि भूप बिनु कीन्ही। बिपुल बार महिदेवन्ह दीन्ही ।। सहसबाहुभुज छेदनिहारा। परसु बिलोकु महीपकुमारा।। मातु पितहि जनि सोचबस करसि महीसकिसोर। गर्भन्ह के अर्भक दलन परसु मोर अति घोर ॥ |
25. ‘गर्भन्ह के अर्भक दलन’ में अर्भक का क्या अर्थ है ?
(A) गंधक
(B) अभ्रक
(C) बच्चा
(D) शत्रु
उत्तर- (C) बच्चा
26. ‘महीपकुमार किसे कहा गया है ?
(A) महादेव शिव
(B) राम
(C) लक्ष्मण
(D) परशुराम
उत्तर- (C) लक्ष्मण
27. ‘बिपुल बार महिदेवन्ह दीन्ही’ में ‘महिदेव’ किसका संदर्भ है?
(A) महादेव शिव
(B) महात्मा गांधी
(C) कोई युद्ध देवता
(D) कोई राजा
उत्तर- (A) महादेव शिव
28. ‘परसु बिलोकु महीपकुमारा’ में ‘परसु’ किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?
(A) एक युद्ध अस्त्र
(B) किसी शक्तिशाली देवता का नाम
(C) राजा की तलवार
(D) किसी खास प्रकार का धनुष
उत्तर- (A) एक युद्ध अस्त्र
29. ‘गंतोक’ का क्या अर्थ है ?
(A) घाटी
(B) जंगल
(C) पत्थर
(D) पहाड़
उत्तर- (D) पहाड़
30. जितेन नार्गे की जीप में किसकी तस्वीर लगी हुई थी ?
(A) महात्मा गाँधी
(B) दलाई लामा
(C) महात्मा बुद्ध
(D) महावीर की
उत्तर- (B) दलाई लामा
वर्णात्मक प्रश्न |
खण्ड – ख |
(अति लघु उत्तरीय प्रश्न) |
निम्नलिखित में से किन्ही छह प्रश्नों के उत्तर दें – |
31. उद्धव के व्यवहार की तुलना किससे की गई है?
उत्तर:- उद्धव के व्यवहार की तुलना भौरे से की गई है भंवरा जैसे काला है वैसा ही उद्धव का मन है इसलिए गोपियों को कृष्ण को भूलने कह कर, निर्गुण उपासना का संदेश देते हैं। प्रथम पद में हम देखते हैं कि उद्धव की तुलना कमल के पत्ते एवं तेल की गगरी से की गई है। जिन पर जल की बूंदों का प्रभाव नहीं पड़ता वैसे उद्धव पर भी प्रेम का कोई प्रभाव कृष्ण के साथ रहने पर भी नहीं पड़ा।
32. उत्साह कविता में कवि बादल को गरज कर बरसने के लिए क्यों कह रहा है ?
उत्तर:- कवि धरती पर बड़ा बदलाव चाहता है। इसके अलावा व्यक्ति अथवा अन्य जीवों में उत्साह, उमंग और जोश भी भरना चाहता है इसलिए कवि बादल को गरज कर बरसने के लिए कह रहा है।
33. बच्चे की दंतुरित मुस्कान का कवि के मन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:- बच्चे की दंतुरित मुस्कान का कवि के मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उसे जीवन के प्रति नई आस जगने लगती, उसे जीवन की संजीवनी बूटी मिल जाती है और जिजीविषा से भर जाते हैं।
34. गिरिजाकुमार माथुर अथवा यशपाल की किन्हीं दो रचनाओं के नाम बताएँ ?
उत्तर:- गिरिजाकुमार माथुर
1. छाया मत छूना
2. मंजीर
यशपाल
1. लखनवी अंदाज़
2. अप्सरा
35. नेताजी की मूर्ति का निर्माण किसने कराया था ?
उत्तर:- यह प्रतिमा क़स्बे के ही हाई स्कूल के एक ड्राइंग मास्टर मास्टर मोतीलाल जी द्वारा द्वारा बनायीं गयी थी।
36. बाल गोविन्द भगत की टोपी कैसी होती थी ?
उत्तर:- कबीर-पंथियों जैसी ।
37. लखनवी अंदाज पाठ में लेखक ने सेकंड क्लास का टिकट क्यों खरीदा था ?
उत्तर:- लेखक को नई कहानी और नए पात्रों की तलाश थी उन्हें लगता था कि ट्रेन में सफर करने के क्रम में खिड़कियों से प्राकृतिक नजारा देखने के क्रम में नई कहानी एवं नए पात्र मिल जाएंगे इसलिए उन्होंने सेकंड क्लास का टिकट खरीदा था।
38. परिमल क्या है?
उत्तर:- 10 दिसंबर 1944 को प्रयाग विश्वविद्यालय के साहित्यिक अभिरुचि रखने वाले कुछ उत्साही युवक मित्रों द्वारा परिमल की स्थापना की गई। परिमल द्वारा अखिल भारतीय स्तर की गोष्ठियाँ आयोजित की जाती थी, जिनमें कहानी, कविता, उपन्यास, नाटक आदि पर खुली आलोचना एवं उन्मुक्त बहस की जाती।
खण्ड – ग |
(लघु उत्तरीय प्रश्न) |
निम्नलिखित में से किन्ही छह प्रश्नों के उत्तर दें |
39. ‘मरजादा न लही’ के माध्यम से कौन सी मर्यादा रहने की बात की जा रही है ?
उत्तर:- प्रेम की बात कहें तो इसकी सबसे बड़ी मर्यादा है कि प्रेमी और प्रेमिका दोनों प्रेम निभाए। एक-दूसरे की भावनाओं को समझें और सम्मान करें। किंतु कृष्ण ने गोपियों से प्रेम निभाने के स्थान पर उनके लिए कड़वी ककड़ी के समान योग साधना का संदेश उद्धव के माध्यम से भेज दिया। जो कि गोपियों की नजर में एक प्रकार से छल था। इसी छल को गोपियों ने समझा कि कृष्ण ने हमारे प्रेम की मर्यादा नहीं रखी।
40. आपके विचार से माँ ने ऐसा क्यों कहा कि लड़की होना पर लड़की जैसी मत दिखाई देना ?
उत्तर:- लड़की होना पर लड़की जैसी मत दिखाई देना माँ ने ऐसा इसलिए कहा है, क्योंकि वह लड़कियों पर हो रहे अत्याचार एवं शोषण से उसे बचाना चाहती है। लड़की अपने नारी सुलभ गुणों सरलता, निश्छलता विनम्रता आदि गुणों को बनाए रखे परंतु वह इतनी कमजोर भी न हो कि लड़की समझकर ससुराल के लोग उसका शोषण करने लगे। लड़की भावी जीवन की कठिनाइयों का साहसपूर्वक मुकाबला कर सके।
41. संगतकार के माध्यम से कवि किस प्रकार के व्यक्तियों की ओर संकेत करना चाह रहा है ?
उत्तर:- संगतकार के माध्यम से कवि कला अथवा किसी भी क्षेत्र में सहायक की भूमिका निभाने वाले व्यक्तियों की ओर संकेत करना चाह रहा है। कवि का मानना है कि संगतकार जैसे सहायक लोग किसी भी क्षेत्र में प्रमुख व्यक्तियों के महत्व को बढ़ाने के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं लेकिन उन्हें उतना महत्व नहीं मिलता जितना मुख्य भूमिका में रहने वाले लोगों को मिलता है।
42. सेनानी न होते हुए भी चश्मे वाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे ?
उत्तर:- चश्मे वाला एक साधारण बहुत बूढ़ा मरियल सा लंगड़ा व्यक्ति था। जिसमें देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। वह गांधी टोपी पहनता था और काले रंग का चश्मा लगाता था। उसे नेताजी की बिना चश्मे वाली मूर्ति अच्छी नहीं लगती थी इसलिए नेता जी की मूर्ति कर्का प्रतिदिन चश्मा लगाता था। शायद उसे नेताजी की बिना चश्मे की मूर्ति अच्छी नहीं लगती थी उसकी इसी श्रद्धा को देखकर लोग उसे कैप्टन कहते थे।
43. भगत की पुत्र वधू उन्हें अकेले क्यों नहीं छोड़ना चाहती थी ?
उत्तर:- भगत की पुत्रवधू यह जानती थी कि अपने इकलौते बेटे की मृत्यु के बाद उसके ससुर अकेले रह जाएंगे। संसार की वस्तुओं से उनका कोई सरोकार रहा भी नहीं। अब इस उम्र में वे अपना खाने पीने तक का भी ख्याल नहीं रख पाते थे। बीमार पड़ने पर उनकी सेवा कौन करेगा। यह सब सोचकर वह बालगोबिन भगत के साथ ही रहना चाहती थी। उन्हें अकेला नहीं छोड़ना चाहती थी।
44. बिस्मिल्ल्ह खान को काशी का नायाब हीरा क्यों कहा जाता है ?
उत्तर:- काशी विभिन्न संस्कृति एवं धर्मावलंबियों का स्थान है। यहां पर विभिन्न धर्म एवं समाज के लोग रहते हैं। बिस्मिल्लाह खान ने अपनी शहनाई के मधुर धुन के माध्यम से विभिन्न संस्कृति एवं धर्म के लोगों को जोड़ने का काम किया है इसलिए उन्हें काशी का नायाब हीरा कहा जाता है।
45. जॉर्ज पंचम की नाक क्यों काटी गई थी?
उत्तर:- जॉर्ज पंचम ब्रिटिश सरकार का प्रतिनिधि था, जो भारत में शासन का प्रमुख था। इन्होंने भारतीयों पर जुल्म और शोषण किया। ये शोषण और जुल्म के प्रतीक थे। ऐसी स्थिति में जॉर्ज पंचम की मूर्ति लगाना देशप्रेमी भारतीयों को अच्छा नहीं लगा। इसलिए उन्होंने जॉर्ज पंचम की लगाई गई मूर्ति की नाक काट दी।
46. गंतोक को ‘मेहनतकश बादशाहों का शहर’ क्यों कहा गया ?
उत्तर:- मेहनतकश का अर्थ है, कड़ी मेहनत करने वाले। गंतोक एक पर्वतीय स्थल है। पर्वतीय क्षेत्र होने के कारण यहाँ स्थितियाँ बड़ी कठिन हैं। अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए लोगों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। यहाँ के लोग मेहनत से घबराते नहीं और भरपूर परिश्रम करते हैं। इनकी मेहनत ने गंतोक को सुरम्य बना दिया है, इसलिए गंतोक को ‘मेहनतकश बादशाहों का शहर’ कहा गया।
खण्ड – घ |
(दीर्घ उत्तरीय प्रश्न) |
निम्नलिखित में से किन्ही चार प्रश्नों के उत्तर दें – |
47. आपके मोहल्ले में गंदगी का अंबार लग गया है, जिसे हटाने के लिए एक अनुरोध पत्र नगर निगम को लिखें।
सेवा में,
नगर निगम आयुक्त [नगर निगम का नाम] [नगर निगम का पता]
विषय: हमारे मोहल्ले में गंदगी का अंबार लग जाने के संबंध में
माननीय महोदय,
मैं, [आपका नाम], [आपका पता], [आपका मोहल्ला] का निवासी हूँ। मैं आपके माध्यम से निवेदन करना चाहता हूँ कि हमारे मोहल्ले में गंदगी का अंबार लग गया है, जिससे आसपास के वातावरण में दुर्गंध फैल रही है और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
हमारे मोहल्ले में [गंदगी के स्रोत का उल्लेख करें, जैसे कूड़े के ढेर, खुले नाले, आदि] के कारण गंदगी लगातार बढ़ती जा रही है। इससे न केवल हमारे मोहल्ले की सुंदरता खराब हो रही है बल्कि हमारी सेहत के लिए भी खतरा पैदा हो गया है।
मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप इस समस्या पर तुरंत ध्यान दें और हमारे मोहल्ले की सफाई का कार्य करवाएं। हम चाहते हैं कि हमारे मोहल्ले को स्वच्छ और स्वस्थ बनाया जाए।
आपकी शीघ्र कार्रवाई की आशा में
भवदीय,
[आपका नाम] [आपका संपर्क नंबर] [तारीख]
48. साबुन बनाने वाली एक कंपनी की ओर से 50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।
उत्तर:- “चमकती त्वचा का राज़! हमारा साबुन दे आपको कोमल और चमकदार त्वचा। प्राकृतिक तत्वों से भरपूर, यह साबुन आपकी त्वचा को गहराई से साफ करता है और उसे पोषण देता है। आज ही आजमाएं और महसूस करें फर्क!
[कंपनी का नाम]
49. ‘माता का आँचल’ पाठ में बचपन की कैसी तस्वीर बनती है ?
उत्तर- ‘माता का अँचल’ पाठ में बचपन की मनोरम झाँकी प्रस्तुत की गई है। लेखक ने बताया है कि उसे बचपन में अपने पिता और माता का अपार स्नेह मिला। वे अधिकतर समय अपने पिता के साथ व्यतीत करते थे इस कारण उनके पिता के साथ उनका मित्रवत संबंध स्थापित हो गया था। मां ने अपने पुत्र भोलानाथ पर असीम ममता लुटाई है। अपने बचपन के संगी साथियों के साथ उन्होंने अनेक प्रकार के खेल खेले, शरारतें की, मस्ती की। बचपन में वे हमेशा खेल ही खेलते रहते थे। उन खेलों में अंत में पिताजी के शामिल होने पर सब शर्मा कर भाग जाते थे। वे रास्ते में आते जाते लोगों को कुछ बोलकर चिढ़ाया भी करते थे। इस प्रकार कहा जा सकता है कि लेखक ने हुल्लड़बाजी मस्ती और खेल से भरपूर बचपन की तस्वीर प्रस्तुत की है।
50. जितेन नार्गे की गाइड की भूमिका के बारे में विचार करते हुए लिखिए कि एक कुशल गाइड में क्या गुण होते हैं?
उत्तर- जितेन नार्गे में एक कुशल गाइड के सभी गुण प्रचुर मात्रा में थे। एक कुशल गाइड को अपने क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति तथा विभिन्न स्थानों के महत्व तथा उनसे जुड़ी रोचक जानकारियों का ज्ञान भी होना चाहिए। जैसा जितेन नार्गे को पता है कि ‘गाइड’ फिल्म की शूटिंग लोंग स्टॉक में हुई थी। इससे पर्यटकों का मनोरंजन होता है और उनकी स्थान में रुचि भी बढ़ जाती है। गाइड के साथ-साथ नार्गे ड्राइवर भी था। अतः कहाँ रुकना है? यह निर्णय वह स्वयं है करने में समर्थ था। गाइड में सैलानियों को प्रभावित करने की रोचक शैली होनी चाहिए जो उसमें थी। एक सुयोग्य गाइड क्षेत्र के जन-जीवन की गतिविधियों की जानकारी रखता है और संवेदनशील भी होता है। वह पर्यटकों में इतना घुल- मिल जाता है कि स्वयं गाने के साथ नाच उठता है।
51. दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 150 शब्दों में निबन्ध लिखिए :-
(क) विज्ञान अभिशाप या वरदान संकेत बिंदु – प्रस्तावना, महत्व एवं प्रभाव, वरदान, अभिशाप, दृष्टिकोण, उपसंहार ।
उत्तर-
प्रस्तावना
विज्ञान मानव सभ्यता का सबसे बड़ा आविष्कार है। यह हमारे जीवन को आसान बनाने और मानव जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन साथ ही, इसका दुरुपयोग भी मानवता के लिए खतरा बन सकता है। इसलिए, यह प्रश्न उठता है कि विज्ञान वरदान है या अभिशाप?
महत्व एवं प्रभाव
विज्ञान ने हमारे जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए हैं। चिकित्सा क्षेत्र में विज्ञान ने कई गंभीर बीमारियों का इलाज ढूंढ निकाला है, जिससे मानव जीवन की उम्र बढ़ी है। संचार के क्षेत्र में विज्ञान ने दुनिया को एक छोटा सा गांव बना दिया है। कृषि क्षेत्र में विज्ञान ने खाद्य उत्पादन में वृद्धि की है, जिससे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।
वरदान
विज्ञान ने हमें कई तरह से लाभ पहुंचाए हैं। जैसे कि:
- चिकित्सा: विज्ञान ने कई गंभीर बीमारियों का इलाज ढूंढ निकाला है।
- संचार: विज्ञान ने दुनिया को एक छोटा सा गांव बना दिया है।
- कृषि: विज्ञान ने खाद्य उत्पादन में वृद्धि की है।
- यातायात: विज्ञान ने यात्रा को आसान और तेज बना दिया है।
अभिशाप
विज्ञान का दुरुपयोग भी मानवता के लिए खतरा बन सकता है। जैसे कि:
- परमाणु हथियार: विज्ञान ने परमाणु हथियार बनाए हैं, जो मानव सभ्यता के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं।
- पर्यावरण प्रदूषण: विज्ञान के कारण पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा है, जिससे जलवायु परिवर्तन हो रहा है।
- सामाजिक समस्याएं: विज्ञान के कारण सामाजिक समस्याएं भी बढ़ रही हैं, जैसे कि बेरोजगारी और असमानता।
दृष्टिकोण
विज्ञान वरदान भी है और अभिशाप भी। यह किस रूप में हमारे सामने आएगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम इसका उपयोग कैसे करते हैं। यदि हम विज्ञान का उपयोग मानव कल्याण के लिए करते हैं, तो यह हमारे लिए वरदान साबित होगा। लेकिन यदि हम इसका उपयोग विनाश के लिए करते हैं, तो यह हमारे लिए अभिशाप बन जाएगा।
उपसंहार
विज्ञान एक शक्तिशाली उपकरण है। यह हमारे हाथ में है कि हम इसे कैसे इस्तेमाल करते हैं। हमें विज्ञान का उपयोग मानव कल्याण के लिए करना चाहिए और इसका दुरुपयोग करने से बचना चाहिए।
(ख) झारखण्ड की प्राकृतिक सुषमा संकेत बिंदु प्रस्तावना, भौगोलिक विशेषताएँ, प्रमुख आकर्षण, खनिज संसाधन, जैव विविधता, पर्यटन एवं रोजगार, चुनौतियाँ और समाधान, उपसंहार ।
उत्तर-
प्रस्तावना
झारखंड, भारत का एक खूबसूरत राज्य है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। घने जंगल, झरने, पहाड़ और नदियाँ झारखंड की प्राकृतिक सुषमा को और अधिक निखारती हैं। इस निबंध में हम झारखंड की भौगोलिक विशेषताओं, प्रमुख आकर्षणों, खनिज संसाधनों, जैव विविधता, पर्यटन और रोजगार, चुनौतियों और समाधानों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
भौगोलिक विशेषताएँ
झारखंड मुख्यतः पठारी क्षेत्र है। यहां कई पहाड़ और पहाड़ियाँ हैं। राज्य में कई नदियाँ बहती हैं, जिनमें सबसे प्रमुख दामोदर नदी है। झारखंड में घने जंगल भी हैं, जो राज्य के कुल क्षेत्रफल का लगभग 29% हिस्सा घेरते हैं।
प्रमुख आकर्षण
झारखंड में कई प्रमुख पर्यटन स्थल हैं, जैसे कि हुंडरू जलप्रपात, दशम जलप्रपात, बेतला राष्ट्रीय उद्यान, और पारसनाथ पर्वत। ये सभी स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं।
खनिज संसाधन
झारखंड खनिज संपदा से भरपूर है। यहां कोयला, लोहा, तांबा, और यूरेनियम जैसे खनिज पाए जाते हैं। ये खनिज राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
जैव विविधता
झारखंड में जैव विविधता बहुत अधिक है। यहां कई प्रकार के पेड़-पौधे और जानवर पाए जाते हैं। बाघ, हाथी, हिरण, और कई प्रकार के पक्षी यहां के जंगलों में पाए जाते हैं।
पर्यटन एवं रोजगार
पर्यटन झारखंड के लिए एक महत्वपूर्ण उद्योग है। पर्यटन से राज्य में रोजगार के अवसर पैदा होते हैं। होटल, रेस्तरां, और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में लोगों को रोजगार मिलता है।
चुनौतियाँ और समाधान
झारखंड के सामने कई चुनौतियाँ हैं, जैसे कि वन्य जीवन का संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण, और बेरोजगारी। इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए सरकार को कई कदम उठाने होंगे। जैसे कि वन्य जीवन संरक्षण के लिए अभयारण्य बनाना, पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए उद्योगों पर नियंत्रण लगाना, और रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए नए उद्योगों को स्थापित करना।
उपसंहार
झारखंड एक खूबसूरत राज्य है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। राज्य में कई पर्यटन स्थल, खनिज संसाधन, और जैव विविधता है। हालांकि, राज्य के सामने कई चुनौतियाँ भी हैं। इन चुनौतियों का समाधान करके झारखंड को एक विकसित राज्य बनाया जा सकता है।
52. किसी एक का भाव स्पष्ट करें :-
(क) बिहसि लखनु बोले मृदु बानी। अहो मुनीसु महाभट मानी ॥ पुनि पुनि मोहि देखाव कुठारू । चहत उड़ावन फूँकि पहारू ।।
भाव:
यह पंक्ति रामचरितमानस से ली गई है। यहां लक्ष्मण हनुमान से कह रहे हैं कि हे महावत, तुम मुझे बार-बार कुल्हाड़ी दिखाकर क्यों डरा रहे हो? तुम मुझे उड़ाने के लिए फूंक मारना चाहते हो। इस पंक्ति में लक्ष्मण का हनुमान पर विश्वास और हनुमान की शक्ति के प्रति आश्चर्य व्यक्त किया गया है।
विशेष:
- बिहसि: हँसते हुए
- लखनु: लक्ष्मण
- बोले: बोले
- मृदु बानी: मधुर वाणी
- अहो मुनीसु: हे मुनि
- महाभट मानी: महान योद्धा
- पुनि पुनि: बार-बार
- मोहि: मुझे
- देखाव: दिखाओ
- कुठारू: कुल्हाड़ी
- चहत: चाहते हो
- उड़ावन: उड़ाना
- फूँकि पहारू: फूंक मारना
(ख) यश है या न वैभव, मान है न सरमाया जितना ही दौड़ा तू उतना ही भरमाया । प्रभुता की शरण बिंब केवल मृगतृष्णा है, हर चंद्रिका में छिपी एक रात कृष्णा है।
भाव:
यह दोहा संसार के मिथ्या लोभ और मोह को दर्शाता है। इसमें कहा गया है कि यश, वैभव, मान और धन कुछ नहीं है। जितना ज्यादा हम इनके पीछे भागते हैं, उतना ही हम भ्रमित होते जाते हैं। सत्ता और शक्ति का लालच सिर्फ एक मिराज है। हर खुशी में दुख छिपा होता है।
विशेष:
- यश: कीर्ति
- वैभव: धन-दौलत
- मान: सम्मान
- सरमाया: धन
- दौड़ा: दौड़ा
- भरमाया: भ्रमित किया
- प्रभुता: सत्ता
- शरण: शरण
- बिंब: प्रतिबिंब
- मृगतृष्णा: मिराज
- चंद्रिका: चांदनी
- रात कृष्णा: रात का अंधेरा
समास:
- महाभट: महा + भट (बहुव्रीहि समास)
- मृदु बानी: मृदु + बानी (तत्पुरुष समास)
अलंकार:
- उपमा अलंकार: प्रभुता की शरण बिंब केवल मृगतृष्णा है।
यह दोहा हमें संसार के मिथ्या लोभ और मोह से दूर रहने और आत्मज्ञान की ओर अग्रसर होने का संदेश देता है।