JAC 10th Science Model Paper Answer 2025
खंड A |
प्रश्न 1-30 में से प्रत्येक के लिए दिए गए चार विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन करें और लिखें। |
गलत उत्तर के लिए कोई नकारात्मक अंकन नहीं है। |
1. निम्नलिखित में से कौन सी अभिक्रिया ऊष्माशोषी अभिक्रिया है?
(a) कोयले का जलना
b) वनस्पति पदाथों का खाद में अपघटन
c) बसन की प्रक्रिया
d) कैल्शियम कार्बोनेट का अपघटन करके त्वरित चुना और कार्बन डाइऑक्साइड बनाना
Ans:- d) कैल्शियम कार्बोनेट का अपघटन करके त्वरित चुना और कार्बन डाइऑक्साइड बनाना
2. नमी वाले दिन हाइड्रोजन क्लोराइड गैस तैयार करने के दौरान, गैस को आमतौर पर कैल्शियम क्लोराइड युक्त गार्ड ट्यूब से गुजारा जाता है। गार्ड ट्यूब में लिए गए कैल्शियम क्लोराइड की भूमिका है
a) उत्सर्जित गैस को अवशोषित करना
b) गैस को नम करना
c) गैस से नमी को अवशोषित करना
d) उत्सर्जित गैरा से क्लोरीन आयनों को अवशोषित करना
Ans:- c) गैस से नमी को अवशोषित करना
3. निम्नलिखित में से कौन सा समजातीय श्रेणी में नहीं देखा जाता है?
a) रासायनिक गुणों में परिवर्तन
b)–CH, और 14u आणविक द्रव्यमान में अंतर
c) भौतिक गुणों में क्रमिकता
d) समान कार्यात्मक समूह
Ans:- a) रासायनिक गुणों में परिवर्तन
4. निम्नलिखित में से कौन सी द्विविस्थापन अभिक्रिया है?
(i) Pb + CuCl₂ → PbCl₂ + Cu
(ii) Na₂ SO4+ BaCl₂→ BaSO4 + 2NaCl
(iii) C + O2 → CO2
(iv) CH4+ 2O2 → CO2+ 2H2O
(a) (i) और (iv)
(b) केवल (ii)
(c) (i) और (ii)
(d) (iii) और (iv)
Ans:- (b) केवल (ii)
5. जल का विद्युत अपघटन एक अपघटन अभिक्रिया है। जल के विद्युत अपघटन के दौरान मुक्त होने वाली हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैसों का मोल अनुपात है।
(a) 1:1
(b) 2:1
(c) 4:1
(d) 1:2
Ans:- (b) 2:1
6. एक जलीय घोल लाल लिटमस घोल को नीला कर देता है। निम्नलिखित में से किस घोल को अधिक मात्रा में मिलाने से यह परिवर्तन उलट जाएगा?
(a) बेकिंग पाउडर
(b) चूना
(c) अमोनियम हाइड्रॉक्साइड घोल
(d) हाइड्रोक्लोरिक एसिड
Ans:- (d) हाइड्रोक्लोरिक एसिड
7. बेकिंग पाउडर का एक घटक सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट है, दूसरा घटक है
(a) हाइड्रोक्लोरिक एसिड
(b) टार्टरिक एसिड
(c) एसिटिक एसिड
(d) सल्फ्यूरिक एसिड
Ans:- (b) टार्टरिक एसिड
8. धातुओं को खींचकर पतले तार में बदलने की क्षमता को क्या कहते हैं
(a) तन्यता
(b) आघातवर्धनीयता
(c) ध्वनिमय
(d) चालकता
Ans:- (a) तन्यता
9. निम्नलिखित में से कौन आयनिक यौगिक नहीं है?
(i) KCI (ii) HCl (iii) CCI, (iv) NaCl
(a) (i) और (ii)
(b) (ii) और (iii)
(c) (iii) और (iv)
(d) (i) और (iii)
Ans:- (b) (ii) और (iii)
10. निम्नलिखित में से किस यौगिक में – OH कार्यात्मक समूह है?
(a) ब्यूटेनोन
(b) ब्यूटेनॉल
(c) ब्यूटेनोइक अम्ल
(d) ब्यूटेनल I
Ans:- (b) ब्यूटेनॉल
11. यौगिक CH3 -CH2 -CHO का नाम है
(a) प्रोपेनल
(b) प्रोपेनोन
(c) इथेनॉल
(d) इथेनल
Ans:- (a) प्रोपेनल
12. आहार नली के किरा भाग में भोजन का अंतिम पाचन होता है?
(a) आमाशय
(b) मुख गुहा
(c) बड़ी आंत
(d) छोटी आंत
Ans:- (d) छोटी आंत
13. श्वसन के दौरान गैसों का आदान-प्रदान यहाँ होता है
(a) श्वसनली और स्वरयंत्र
(b) फेफड़ों के एल्वियोली
(c) एल्वियोली और गले
(d) गले और स्वरयंत्र
Ans:- (b) फेफड़ों के एल्वियोली
14. मस्तिष्क के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?
(1) मस्तिष्क का मुख्य सोचने वाला भाग पश्च मस्तिष्क है। (ii) श्रवण, गंथ, स्मृति, दृष्टि आदि के केंद्र अग्र मस्तिष्क में स्थित हैं। (ii) लार, उल्टी, रक्तचाप जैसी अनैच्छिक क्रियाएँ पश्च मस्तिष्क में स्थित मेडुला द्वारा नियंत्रित होती हैं। (iv) सेरिबैलम शरीर की मुद्रा और संतुलनको नियंत्रित नहीं करता है।
(a) (i) और (ii)
(b) (i), (ii) और (iii)
(c) (ii) और (iii)
(d) (iii) और (iv)
Ans:- (c) (ii) और (iii)
15. बेमेल जोडी का चयन करें
(a) एड्रेनालाईनः पिट्यूटरी ग्रथि
(b) टेस्टोस्टेरोनः व्षण
(०) एस्ट्रोजनः अंडाशय
(d) थायरोक्सिनः थायरॉयड ग्रंथि
Ans:- (a) एड्रेनालाईनः पिट्यूटरी ग्रथि
16. एक फूल में, नर और मादा युग्मक (अंकुरण कोशिकाएँ) उत्पन्न करने वाले भाग है
(a) पुंकेसर और परागकोश
(b) तंतु और वर्तिकाग्र
(c) परागकौश और अंडाशय
(d) पकेसर और वर्तिका
Ans:- (c) परागकौश और अंडाशय
17. अमीबा, स्पाइरोगाइरा और यीस्ट में प्रजनन की एक सामान्य विशेषता यह है कि
(a) वे अलैंगिक रूप से प्रजनन करते हैं
(b) वे सभी एककोशिकीय हैं
(c) वे केवल लैंगिक रूप से प्रजनन करते है
(d) ये सभी बहुकोशिकीय हैं
Ans:- (a) वे अलैंगिक रूप से प्रजनन करते हैं
18. नीचे दी गई सूची में से उस लक्षण का चयन करें जिसे अर्जित किया जा सकता है लेकिन विरासत में नहीं मिलता
(B) आँखों का रंग
(b) त्वचा का रंग
(c) शरीर का आकार
(d) बालों की प्रकृति
Ans:- (c) शरीर का आकार
19. प्राकृतिक चयन द्वारा प्रजातियों के विकास का सिद्धांत दिया गया था
(a) मेंडल
(b) डार्विन
(c) मॉर्गन
(d) लैमार्क
Ans:- (b) डार्विन
20. निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?
(a) एक उत्तल लेंस में 4 डायोप्टर शक्ति होती है जिसकी फोकस दूरी 0.25 मीटर होती है
(b) एक उत्तल लेंस में-4 डायोप्टर शक्ति होती है जिसकी फोकस दूरी 0.25 मीटर होती है
(c) एक अवतल लेंस में 4 डायोप्टर शक्ति होती है जिसकी फोकस दूरी 0.25 मीटर होती है
(d) एक अवतल लेंस में 4 डायोप्टर शक्ति होती है जिसकी फोकरा दूरी 0.25 मीटर होती है
Ans:- (a) एक उत्तल लेंस में 4 डायोप्टर शक्ति होती है जिसकी फोकस दूरी 0.25 मीटर होती है
21. निम्नलिखित में से किसमें, अनंत पर रखी गई वस्तु का प्रतिबिंब अत्यधिक छोटा और बिंदु आकार का होगा?
(a) केवल अवतल दर्पण
(b) केवल उत्तल दर्पण
(c) केवल उत्तल लेंस
(d) अवतल दर्पण, उत्तल दर्पण, अवतल लेंस और उत्तल लेंस
Ans:- (d) अवतल दर्पण, उत्तल दर्पण, अवतल लेंस और उत्तल लेंस
22. एक व्यक्ति 2 गीटर से अधिक दूरी पर रखी वस्तुओं को स्पष्ट रूप से नहीं देख सकता है। इस दोष को निम्न क्षमता 1 23. के लेस का उपयोग करके ठीक किया जा सकता है
(a) + 0.5 D
(b) -0.5 D
(c)+0.2 D
(d)-0.2 D
Ans:- (b) -0.5 D
23. प्रकाश की निम्नलिखित में से कौन सी घटनाएं इंद्रधनुष के निर्माण में शामिल हैं?
(a) परावर्तन, अपवर्तन और विक्षेपण
(b) अपवर्तन, विक्षेपण और पूर्ण आंतरिक परावर्तन
(c) अपवर्तन, विक्षेपण और आंतरिक परावर्तन
(d) विक्षेपण, प्रकीर्णन और पूर्ण आंतरिक परावर्तन
Ans:- (c) अपवर्तन, विक्षेपण और आंतरिक परावर्तन
24. 1/5 Ω वाले पांच प्रतिरोधकों का उपयोग करके कौन सा न्यूनतम प्रतिरोध बनाया जा सकता है?
(a) 1/5 Ω
(b) 1/25 Ω
(c) 1/10 Ω
(d) 25 Ω
Ans:- (b) 1/25 Ω
25. प्रतिरोधकता नहीं बदलती यदि
(a) पदार्थ बदल दिया जाए
(b) तापमान बदल दिया जाए
(c) प्रतिरोधक का आकार बदल दिया जाए
(d) पदार्थ और तापमान दोनों बदल दिए जाएं
Ans:- (c) प्रतिरोधक का आकार बदल दिया जाए
26. गलत कथन चुने
(a) फ्लेमिंग का दायाँ हाथ का नियम प्रेरित चारा की दिशा जानने का एक सरल नियम है
(b) दायाँ हाथ का अंगूठा नियम धारा ले जाने वाले चालको के कारण चुंबकीय क्षेत्र की दिशा ज्ञात करने के लिए उपयोग किया जाता है
(c) प्रत्यक्ष और प्रत्यावर्ती धाराओं के बीच अंतर यह है कि प्रत्यक्ष धारा हमेशा एक विशा में बहती है, जबकि प्रत्यावर्ती धारा
समय-समय पर अपनी दिशा उलट देती है
(d) भारत में, एसी (प्रत्यावर्ती धारा) हर 1/50 सेकंड के बाद दिशा बदलती है
Ans:- (d) भारत में, एसी (प्रत्यावर्ती धारा) हर 1/50 सेकंड के बाद दिशा बदलती है
27. घरेलू उपकरणो को शॉर्ट सर्किट या ओवरलोडिंग से बचाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा विधि है
(a) अर्थिग (भूसंपर्कन)
(b) फ्यूज का उपयोग
(c) स्टेबलाइजर का उपयोग
(d) इलेक्ट्रिक मीटर का उपयोग
Ans:- (b) फ्यूज का उपयोग
28. जल विद्युत सयत्र में
(a) संग्रहित जल की स्थितिज ऊर्जा को विद्युत में परिवर्तित किया जाता है
(b) संग्रहितजल की गतिज ऊर्जा को स्थितिज ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है
(c) जल से विद्युत निकाली जाती है
(d) विद्युत उत्पन्न करने के लिए जल को भाप में परिवर्तित किया जाता है
Ans:- (a) संग्रहित जल की स्थितिज ऊर्जा को विद्युत में परिवर्तित किया जाता है
29. वे जीव जो विकिरण ऊर्जा का उपयोग करके अकार्बनिक यौगिको से कार्बोहाइड्रेट का सक्नेषण करते हैं, उन्हे कहा जाता है
(a) अपघटक
(b) उत्पादक
(c) शाकाहारी
(d) मांसाहारी
Ans:- (b) उत्पादक
30. ‘चिपको आंदोलन द्वारा दिया गया महत्वपर्ण सदेश
(क) वन संरक्षण प्रयासों में समुदाय को शामिल करना
(ख) वन सरक्षण प्रयासों में समुदाय की अनदेखी करना
(ग) विकासात्मक गतिविधियों के लिए वन वृक्षों को काटना
(घ) सरकारी एजेंसियों को वनों में वृक्षों को नष्ट करने का आदेश देने का निर्विवाद अधिकार है
Ans:- (क) वन संरक्षण प्रयासों में समुदाय को शामिल करना
खंड-B Section-B |
प्रश्न संख्या 31 से 36 अति लघु उत्तरीय प्रश्न हैं |
31. प्रकृति में साधारण नमक के दो मुख्य स्रोतों की सूची बनाएं? दो यौगिको के नाम बताएँ जहाँ साधारण नमक को कच्चे माल के रूप में उपयोग किया जाता है? |
सामान्य नमक के प्राकृतिक स्रोत: 1. समुद्र जल (Seawater):- मुख्य तत्व: सोडियम (Sodium, Na) और क्लोरीन (Chlorine, Cl) समुद्र के पानी में सोडियम क्लोराइड (NaCl) होता है, जिसे वाष्पित करके नमक निकाला जाता है।2. खनिज नमक (Rock Salt / Halite): मुख्य तत्व: सोडियम (Sodium, Na) और क्लोरीन (Chlorine, Cl) यह खनिज रूप में पृथ्वी की सतह के भीतर पाया जाता है और खनन के द्वारा निकाला जाता है।दो यौगिको के नाम जहाँ सामान्य नमक का उपयोग कच्चे माल के रूप में: 1. सोडियम हाइड्रॉक्साइड (Caustic Soda, NaOH): मुख्य तत्व: सोडियम (Sodium, Na) और ऑक्सीजन (Oxygen, O) सामान्य नमक से सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) विद्युत अपघटन द्वारा प्राप्त किया जाता है।2. सोडियम बाइकार्बोनेट (Baking Soda, NaHCO₃): मुख्य तत्व: सोडियम (Sodium, Na), हाइड्रोजन (Hydrogen, H), कार्बन (Carbon, C) और ऑक्सीजन (Oxygen, O) सामान्य नमक से सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO₃) तैयार किया जाता है। |
32. कार्बन यौगिकों की संख्या अन्य सभी तत्वों द्वारा मिलकर बनाए गए यौगिकों से अधिक है। दो कारण बताकर इस कथन की पुष्टि करें। |
कार्बन यौगिकों की संख्या अधिक होने के दो कारण:
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33. मध्यम क्रियाशीलता वाली एक धातु का नाम बताइए तथा सल्फाइड अयस्क से इस धातु के निष्कर्षण के तीन मुख्य चरण लिखिए |
मध्यम क्रियाशीलता वाली धातु:- जिंक (Zinc) सल्फाइड अयस्क से जिंक के निष्कर्षण के तीन मुख्य चरण:
|
34. उत्सर्जन क्या है? एककोशिकीय जीव अपना अपशिष्ट कैसे बाहर निकालते हैं? |
उत्सर्जन: यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीव अपने शरीर से अवांछनीय या हानिकारक अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालते हैं। एककोशिकीय जीवों द्वारा अपशिष्ट निकालने की प्रक्रिया: एककोशिकीय जीव जैसे परामेसीयम या एमीबा अपनी कोशिका झिल्ली के माध्यम से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालते हैं। यह प्रक्रिया स्नातन (exocytosis) द्वारा होती है, जिसमें अपशिष्ट पदार्थ कोशिका झिल्ली से बाहर निकलते हैं। |
35. प्रत्येक के दो कार्य लिखें (a) वृषण (b) अंडाशय |
(a) वृषण (Testes) के दो कार्य:
(b) अंडाशय (Ovaries) के दो कार्य:
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36. हमें अपने वनों का संरक्षण क्यों करना चाहिए? वनों की कटाई के लिए जिम्मेदार दो कारकों की सूची बनाए |
वनों की कटाई के लिए जिम्मेदार दो कारक:-
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खंड- C Section-C |
प्रश्न संख्या 37 से 42 लघु उत्तरीय प्रश्न हैं |
37. एक चाइना डिश में 2 ग्राम सिल्वर क्लोराइड लिया जाता है और चाइना डिश को कुछ समय के लिए सूरज की रोशनी में रखा जाता है। इस मामले में आपका अवलोकन क्या होगा? इसमें शामिल रासायनिक प्रतिक्रिया को संतुलित रासायनिक समीकरण के रूप में लिखे। रासायनिक प्रतिक्रिया के प्रकार की पहचान करें। |
यदि 2 ग्राम सिल्वर क्लोराइड (AgCl) को सूरज की रोशनी में रखा जाता है, तो इसे देखकर यह स्पष्ट होगा कि सिल्वर क्लोराइड का रंग धीरे-धीरे बदलने लगेगा। सूरज की रोशनी में सिल्वर क्लोराइड टूट कर सिल्वर (Ag) और क्लोरीन गैस (Cl₂) में बदल जाएगा, जिससे काले रंग के सिल्वर का रूप दिखाई देगा। यह प्रक्रिया सूर्य विकिरण (photolysis) द्वारा होती है।
रासायनिक प्रतिक्रिया का प्रकार: यह एक विघटन प्रतिक्रिया (Decomposition reaction) है, जिसमें एक पदार्थ (AgCl) दो सरल पदार्थों (Ag और Cl₂) में टूट जाता है। |
38. क्रमशः तनु HCL और NaOH विलयन युक्त दो परखनलियों A और B में नीला लिटमस विलयन डाला गया है। किस परखनली में रंग परिवर्तन देखा जाएगा? रंग परिवर्तन बताएँ और उसका कारण बताएँ। |
रंग परिवर्तन:
कारण:
इसलिए, परखनली A में लिटमस कागज लाल हो जाएगा, जबकि परखनली B में लिटमस का रंग नीला रहेगा। |
39. चित्र की सहायता से साबुन की सफाई क्रिया को समझाइए। |
चित्र:![]() साबुन के अणु की संरचना:1.साबुन का अणु दो हिस्सों से बना होता है:
2. साबुन का कार्य:
3. माइसेल (Micelle) का निर्माण:
4. गंदगी हटाना:
|
40. मेंडल के प्रयोग से कैसे पता चलता है कि लक्षण स्वतंत्र रूप से विरासत में मिलते हैं? |
मेंडल के प्रयोग में F1 पीढी के सभी पौधे लंबे थे तथा पुनः जब F1 पीढी के दो पौधों का संकरण किया गया तब F2 पीढ़ी के पौधे या तो लंबे या बौने थे। लंबे तथा बौने का अनुपात 3-1 था। कोई भी पौधा बीच की ऊँचाई का नहीं था। अर्थात् लंबे/बौनेपन का लक्षण स्वतंत्र रूप से वंशानुगत होते हैं। |
41. 10 Ω, 15Ω, और 20Ω के तीन प्रतिरोधक एक परिपथ में श्रेणीक्रम में जुड़े हुए हैं। यदि 15Ω, प्रतिरोधक में विभव गिरावट (विभवांतर) 3V है, तो परिपथ में धारा और 10Ω, प्रतिरोधक में विभव गिरावट ज्ञात कीजिए। |
समाधान:
श्रृंखला परिपथ में कुल प्रतिरोध Rtotal सभी प्रतिरोधकों का योग होता है:
तो,
ओम के नियम के अनुसार,
अब हम 10Ω और 20Ω के प्रतिरोधकों पर विभव गिरावट (V1 और V3) की गणना करेंगे। ओम के नियम का उपयोग करते हुए:
कुल विभव गिरावट का योग: अंतिम उत्तर: |
42. एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखे धारावाही चालक द्वारा अनुभव किये गये बल की दिशा निर्धारित करने के लिए प्रयुक्त नियम का नान, विवरण तथा उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए |
![]() इस नियम के अनुसार जब हम अपने बाएं हाथ की तर्जनी, मध्यमा तथा अंगूठे को इस प्रकार फैलाते हैं कि यह तीनों एक दूसरे के परस्पर लंबवत हों तब यदि तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा और मध्यमा चालक में प्रवाहित विद्युत धारा की दिशा की ओर संकेत करती हो तो अंगूठा चालक की गति की दिशा अथवा चालक पर आरोपित बल की दिशा की ओर संकेत करेगा।विद्युत मोटर, विद्युत जनित्र, ध्वनि विस्तारक यंत्र, माइक्रोफोन तथा विद्युत मापक यंत्र कुछ ऐसी युक्तियां है जिनमें विद्युत धारावाही चालक तथा चुंबकीय क्षेत्रों का उपयोग होता है। |
43. दिए गए अभिक्रियाओं को उदाहरणों सहित समझाइए:- (a) (i) हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया |
हाइड्रोजनीकरण (Hydrogenation) अभिक्रिया एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें किसी अणु में हाइड्रोजन (H₂) जोड़ा जाता है। यह आमतौर पर अवशिष्ट और असंतृक्त यौगिकों, जैसे अल्केन्स और अल्कीन्स, को संतृप्त यौगिकों में बदलने के लिए उपयोग की जाती है। हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया का मुख्य उद्देश्य वसा या तेलों को ठोस रूप में बदलना है, जिसे सामान्यत: खाद्य उद्योग में किया जाता है। हाइड्रोजनीकरण के उदाहरण: समीकरण: यहां, एथीलीन (C₂H₄), जो एक अल्कीन है, हाइड्रोजन गैस (H₂) के साथ प्रतिक्रिया करके एथेन (C₂H₆), एक संतृप्त हाइड्रोकार्बन, में बदल जाता है। निकेल (Ni) एक कैटेलिस्ट के रूप में कार्य करता है। हाइड्रोजनीकरण के उपयोग:
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(a) (ii) ऑक्सीकरण अभिक्रिया |
ऑक्सीकरण अभिक्रिया (Oxidation Reaction) एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें किसी पदार्थ को ऑक्सीजन (O₂) मिलती है या फिर वह किसी अन्य पदार्थ से इलेक्ट्रॉन खोता है। इसे सरल शब्दों में कहा जा सकता है कि ऑक्सीकरण का मतलब होता है किसी पदार्थ का ऑक्सीजन से संयोजन करना या उसकी ऑक्सीकरण अवस्था में वृद्धि करना (जैसे इलेक्ट्रॉन का नुकसान)। ऑक्सीकरण अभिक्रिया आमतौर पर पर्यावरण में पाए जाने वाली प्रक्रिया है और इसे कई महत्वपूर्ण रासायनिक प्रक्रियाओं में देखा जा सकता है, जैसे श्वसन (Respiration), दहन (Combustion) और जंग (Rusting) आदि। ऑक्सीकरण अभिक्रिया की सामान्य विशेषताएँ:
उदाहरण 1: दहन (Combustion)
उदाहरण 2: धातु का जंग लगना (Rusting of Iron) उदाहरण:
उदाहरण 3: श्वसन (Respiration) उदाहरण:
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(b) साबुन और अपमार्जको की उनकी संरचना और कठोर जल में सफाई किया के आधार पर तुलना कीजिए। |
साबुन और अपमार्जक (डिटर्जेंट) दोनों ही सफाई के लिए उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इनकी संरचना और कार्यप्रणाली में फर्क होता है। 1. संरचना (Structure) साबुन: साबुन एक रासायनिक पदार्थ है जो फैटी ऐसिड (चर्बी) और आल्कली (जैसे सोडियम हाइड्रॉक्साइड) से बनता है। इसमें दो हिस्से होते हैं:
अपमार्जक (डिटर्जेंट): अपमार्जक भी सफाई के लिए होते हैं, लेकिन ये सिंथेटिक (कृत्रिम) होते हैं। इसमें भी दो हिस्से होते हैं:
2. कठोर जल में सफाई (Cleaning in Hard Water)
अपमार्जक और कठोर जल:
3. सफाई की क्षमता (Cleaning Power)
4. पर्यावरण पर प्रभाव (Environmental Impact)
निष्कर्ष (Conclusion):
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(c) साइक्लोहेक्सेन की संरचना बनाइए। |
साइक्लोहेक्सेन (C₆H₁₂) एक हेक्सागोनल (छह-कोणीय) संरचना वाला हाइड्रोकार्बन है। यह एक साइक्लिक अलेक्लेन (संतृप्त हाइड्रोकार्बन) है जिसमें छह कार्बन परमाणु एक वलय (लूप) में जुड़े होते हैं और प्रत्येक कार्बन परमाणु पर एक हाइड्रोजन परमाणु जुड़ा होता है। |
44. (a) हरे पौधों में पाए जाने वाले पोषण के प्रकार की व्याख्या कीजिए और इस प्रक्रिया का नाम बताइए। इस प्रक्रिया के लिए आवश्यक नई सामग्रियों की सूची बनाइए। उल्लिखित प्रक्रिया के लिए रासायनिक समीकरण दीजिए |
हरे पौधों में पोषण की प्रक्रिया “प्रकाश संश्लेषण” (Photosynthesis) कहलाती है। यह प्रक्रिया पौधों, शैवाल और कुछ बैक्टीरिया में होती है, जिसमें वे सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) और पानी (H₂O) से ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆) और ऑक्सीजन (O₂) उत्पन्न करते हैं। इस प्रक्रिया से पौधे अपनी वृद्धि और ऊर्जा के लिए भोजन तैयार करते हैं। प्रकाश संश्लेषण के प्रकार: 1.प्रकाश-निर्भर प्रतिक्रिया (Light-dependent reactions):
2. प्रकाश-स्वतंत्र प्रतिक्रिया (Light-independent reactions) या कैल्विन चक्र (Calvin cycle):
आवश्यक सामग्रियां: रासायनिक समीकरण: यह समीकरण दर्शाता है कि:
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(b) इस प्रक्रिया के दौरान होने वाली तीन घटनाएँ लिखिए। |
प्रकाश संश्लेषण के दौरान होने वाली तीन घटनाएँ:
इस प्रकार, प्रकाश संश्लेषण पौधों के लिए जीवनदायिनी प्रक्रिया है, जो न केवल उनका पोषण सुनिश्चित करती है, बल्कि वातावरण में ऑक्सीजन का उत्पादन भी करती है, जो सभी जीवों के लिए आवश्यक है। |
45. (a) वायु से किसी माध्यम में प्रवेश करने पर प्रकाश की चाल वायु में उसके मान की आधी हो जाती है। वायु के सापेक्ष उरा माध्यम का अपवर्तनांक ज्ञात कीजिए? |
जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है, तो उसकी गति बदल जाती है। प्रकाश की गति का परिवर्तन उस माध्यम के अपवर्तनांक (refractive index) से संबंधित होता है। अपवर्तनांक (Refractive Index) का सूत्र: n = c\vजहाँ: n= अपवर्तनांक (refractive index) c = प्रकाश की गति (जो वायु में होती है या निर्वात में, लगभग 3×108 m/s v = उस माध्यम में प्रकाश की गतिजानकारी: जब प्रकाश वायु से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है, तो उसकी गति वायु में उसकी गति के आधी हो जाती है।इसका मतलब है, vmedium = vair \2जहाँ vair = वायु में प्रकाश की गति और vmedium = दूसरे माध्यम में प्रकाश की गति।समाधान: वायु में प्रकाश की गति vair≈c है। तो, vmedium = c/2 अब, हम इस दूसरे माध्यम का अपवर्तनांक nmedium निकाल सकते हैं: उत्तर: |
(b) अपवर्तनांक n1 के पदार्थ से बनी कांच की एक स्लैब को अपवर्तनांक n2 के माध्यम में रखा गया है। स्लैब पर एक प्रकाश किरण आपतित होती है। कांच की स्लैब से निकलने वाली प्रकाश किरणों का पथ बनाएं, यदि (i) n1 > n₂ (ii) n₁=n₂ (iii) n1 <n₂ |
जब कांच की स्लैब (जिसका अपवर्तनांक n1 है) को किसी माध्यम (जिसका अपवर्तनांक n₂ है) में रखा जाता है और उस पर प्रकाश की एक किरण आपतित होती है, तो प्रकाश की किरण के पथ में अपवर्तन (refraction) इस पर निर्भर करेगा कि n1 और n₂ के बीच क्या अंतर है। इसके आधार पर तीन प्रमुख स्थितियाँ दी गई हैं:
1. जब n1 > n₂ (कांच का अपवर्तनांक n1 माध्यम के अपवर्तनांक n₂ से अधिक है):
पथ: 2. जब n₁=n₂ (कांच का अपवर्तनांक और माध्यम का अपवर्तनांक समान हैं):
पथ: 3. जब n1 < n₂ (कांच का अपवर्तनांक n1 माध्यम के अपवर्तनांक n₂ से कम है):
पथ: सारांश:
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46. (क) आयोडीन युक्त नमक का उपयोग क्यों उचित है? हमारे आहार में आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारी का नाम बताइए और उसका एक लक्षण बताइए। |
आयोडीन युक्त नमक का उपयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि आयोडीन शरीर के लिए आवश्यक एक प्रमुख सूक्ष्म पोषक तत्व है। यह थायरॉयड ग्रंथि को ठीक से कार्य करने के लिए आवश्यक होता है। थायरॉयड ग्रंथि द्वारा उत्पन्न थायरॉयड हार्मोन (T3 और T4) शरीर की मेटाबोलिज्म दर, विकास, और ऊर्जा के स्तर को नियंत्रित करते हैं। अगर शरीर में आयोडीन की कमी हो, तो थायरॉयड हार्मोन का उत्पादन कम हो सकता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएँ हो सकती हैं। आयोडीन युक्त नमक का उपयोग आयोडीन की कमी को रोकने का एक सरल और प्रभावी तरीका है। आहार में आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारी का नाम और उसका लक्षण:
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(ख) शरीर में तंत्रिका आवेग किस प्रकार यात्रा करते हैं? |
तंत्रिका आवेगों की यात्रा का तरीका: तंत्रिका आवेग (नर्व इम्पल्स) तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) के माध्यम से यात्रा करते हैं। ये आवेग विद्युत रासायनिक संकेत होते हैं जो तंत्रिका तंतु के माध्यम से तंत्रिका प्रणाली में एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचते हैं। तंत्रिका आवेगों की यात्रा निम्नलिखित प्रक्रिया के द्वारा होती है:
इस प्रकार, तंत्रिका आवेगों की यात्रा एक जटिल, लेकिन तेज़ और प्रभावी प्रक्रिया है, जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में तंत्रिका संकेतों को प्रसारित करने में मदद करती है। |
Very nice sir👌👌
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