Jac Board class 10th Science model paper solution 2025

Welcome to Gurukul with Arya Gautam











झारखंड शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद मॉडल प्रश्न पत्र 
     Subjective Question     Science    2025 

31. प्रकृति में साधारण नमक के दो मुख्य स्रोतों की सूची बनाएं? दो यौगिकों के नाम बताएँ जहाँ साधारण नमक को कच्चे माल के रूप में उपयोग किया जाता है? 
List two main sources of common salt in nature? Name two compounds

उत्तर :-  साधारण नमक के मुख्य स्रोत
                    • समुद्री जलः
                   • नमक की चट्टानें:

सोडियम क्लोराइड (NaCI) और कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO3), सॉल्वे प्रक्रिया का उपयोग करके धोवन सोडा बनाने के लिए कच्चे माल के रूप में उपयोग किया जाता है।

32. कार्बन यौगिकों की संख्या अन्य सभी तत्वों द्वारा मिलकर बनाए गए यौगिकों से अधिक है। दो कारण बताकर इस कथन की पुष्टि करो

उत्तर :-   कार्बन यौगिकों की विशाल होने के निम्नांकित दो कारण हैं-

1. कार्बन यौगिकों में श्रृंखलन गुण का होना।

2. कार्बन की चतुः संयोजकता गुण का होना।

इथेनॉल का एथेनोइक अम्ल में रूपांतरण ऑक्सीकरण अभिक्रिया क्यों माना जाता है? इस अभिक्रिया में प्रयुक्त ऑक्सीकरण एजेंट (कर्मक) को लिखिए।

उत्तर :- एथनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन में ऑक्सीजन का योग तथा हाइड्रोजन का क्षय होता है। अतः इसे ऑक्सीकरण अभिक्रिया कहा जाता है। ऑक्सीजन की वृद्धि तथा हाइड्रोजन की कमी वाली रासायनिक अभिक्रियाओं को ऑक्सीकरण अभिक्रिया कहा जाता है।
                       2CH3CH2OH + 2[O] → 2CH3COOH + 2H2O 
यहाँ [O] ऑक्सीकरण एजेंट द्वारा प्रदान किए गए ऑक्सीजन परमाणुओं को दर्शाता है।

33. मध्यम क्रियाशीलता वाली एक धातु का नाम बताइए तथा सल्फाइड अयस्क से इस धातु के निष्कर्षण के तीन मुख्य चरण लिखिए।

उत्तर :- जिंक एक मध्यम क्रियाशीलता वाली धातु है और इसका प्रमुख अयस्क जिंक ब्लेंड (ZnS) है।

जिंक के निष्कर्षण के तीन मुख्य चरण

1. भर्जन (Roasting): जिंक ब्लेंड को वायु की उपस्थिति में गर्म किया जाता है। इस प्रक्रिया में, जिंक सल्फाइड ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है और सल्फर डाइऑक्साइड गैस 
निकलती है।
                         2ZnS + 302 → 2ZnO + 2SO2


2. अपचयन (Reduction): ~ प्राप्त जिंक ऑक्साइड को कोक के साथ गर्म किया जाता है। कोक कार्बन का एक रूप है जो ऑक्सीजन को जिंक ऑक्साइड से हटाकर शुद्ध जिंक धातु प्राप्त करता है ।
                   ZnO + C → Zn + CO

3. शुद्धीकरण (Purification): ~ प्राप्त जिंक धातु में अशुद्धियां हो सकती हैं। इन अशुद्धियों को हटाने के लिए विभिन्न विधियों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि आसवन ।


34, उत्सर्जन क्या है? एककोशिकीय जीव अपना अपशिष्ट कैसे बाहर निकालते हैं? 
What is excretion? How do unicellular organisms remove their wastes?

उत्तर :- उत्सर्जन एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें जीव अपने शरीर में बने अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालते हैं। ये अपशिष्ट पदार्थ कोशिकाओं के चयापचय के दौरान बनते हैं और अगर इन्हें शरीर से बाहर नहीं निकाला गया तो ये विषैले हो सकते हैं और जीव को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
                       एककोशिकीय जीवों में अपशिष्ट पदार्थों को हटाने के लिए कोई विशेष अंग नहीं होते, इसलिए उनके अपशिष्ट पदार्थ विसरण की प्रक्रिया द्वारा सीधे कोशिका झिल्ली के माध्यम से हटा दिए जाते हैं।

35. प्रत्येक के दो कार्य लिखें (a) वृषण    (b) अंडाशय
Write two functions of each (a) lestis
(b) Ovaries
उत्तर :- 
वृषण का कार्यः

(क) यह शुक्राणुओं की उत्पत्ति करता है।

(ख) यह नर लिंग हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन को सावित करता है।

अंडाशय का कार्यः

(क) यह मादा अंडाणुओं की उत्पत्ति करता है।

(ख) यह मादा लिंग हार्मोन एस्ट्रोजेन तथा प्रोजेस्टेरॉन को सावित करता है

Or मानव मादा प्रजनन तंत्र में (a) प्लेसेंटा (b) फैलोपियन ट्यूब के कार्यों का उल्लेख करें।
Mention the functions of (a) placenta (b) fallopian tube in the human female reproductive system.
उत्तर :- 
A. प्लेसेंटा के कार्य

• माँ से भ्रूण तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का परिवहन ।

• भ्रूण द्वारा उत्पन्न अपशिष्ट को मां के रक्त में पहुंचाकर उसे हटाना ।

B. फैलोपियन ट्यूब

• अंडाशय द्वारा मुक्त किया गया अंडा फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से गर्भाशय तक पहुंचाया जाता है।

• यहां शुक्राणु द्वारा अंडे का निषेचन होता है।

37. हमे अपने वनों का संरक्षण क्यों करना चाहिए? वनों की कटाई के लिए जिम्मेदार दो कारकों की सूची बनाएँ। Why must we conserve our forests? List two factors responsible for causing deforestation.
उत्तर :- 
वन पौधों और जानवरों के समृद्ध स्रोत हैं। इन प्रजातियों की जैव विविधता को संरक्षित करने और एक स्थिर पारिस्थितिक समुदाय को बनाए रखने के लिए वनों का संरक्षण किया जाना चाहिए। वनों की कटाई से जैव विविधता का नुकसान हो सकता है।

वनों की कटाई दो कारणों से की जाती है:

• कृषि के लिए भूमि का विस्तारः

• औद्योगिक विकासः

• शहरीकरण

खंड-C Section-C प्रश्न संख्या 37 से 42 लघु उत्तरीय प्रश्न हैं

37. एक चाइना डिश में 2 ग्राम सिल्वर क्लोराइड लिया जाता है और चाइना डिश को कुछ समय के लिए सूरज की रोशनी में रखा जाता है। इस मामले में आपका अवलोकन क्या होगा? इसमें शामिल रासायनिक प्रतिक्रिया को संतुलित रासायनिक समीकरण के रूप में लिखें। रासायनिक प्रतिक्रिया के प्रकार की पहचान करें।
उत्तर :- 
जब चाइना डिश में रखे 2 ग्राम सिल्वर क्लोराइड को सूरज की रोशनी में रखा जाता है, तो सिल्वर क्लोराइड का रंग सफ़ेद से ग्रे हो जाता है. यह एक प्रकाश रासायनिक अपघटन अभिक्रिया है. इस प्रतिक्रिया में सिल्वर क्लोराइड सिल्वर धातु और क्लोरीन गैस में टूट जाता है.।
          2 AgCl (s) → 2 Ag (s) + Cl 2 (g)

Or अपघटन अभिक्रिया शब्द को परिभाषित करें। तापीय अपघटन और वैद्युत अपघटनी अपघटन का एक-एक उदाहरण दीजिए।
Define the term decomposition reaction. Give one example each of thermal decomposition and electrolytic decomposition.
उत्तर :- 
इसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमे एकल अभिकारक अभिक्रिया के पश्चात दो या दो से अधिक उत्पादन का निर्माण करता है अपघटन अभिक्रिया या वियोजन अभिक्रिया कहलाती है

तापीय अपघटन - CaCO₃   → CaO  + CO2
 विद्युत अपघटन 2H₂O →  2H2 + O2

38. क्रमशः तनु HCL और NaOH विलयन युक्त दो परखनलियों A और B में नीला लिटमस विलयन डाला गया है. किस परखनली में रंग परिवर्तन देखा जाएगा? रंग परिवर्तन बताएँ और उसका कारण बताएँ।
उत्तर :- 
परखनली A में रंग परिवर्तन देखा जाएगा

कारण

• परखनली A (HCI): नीला लिटम लाल हो जाएगा क्योंकि HCI एक अम्ल है।

• परखनली B (NaOH): नीले लिटमस में कोई परिवर्तन नहीं होगा क्योंकि NaOH एक क्षार है।

39. चित्र की सहायता से साबुन की सफाई क्रिया को समझाइए।
With the help of a diagram, explain cleansing action of soap.
उत्तर :- 















किर्यविधि -

साबुन के अणु सोडियम एवं पोटैशियम लवण होते है। जो लंबी श्रृंखल वाले कार्बोक्सिलिक अम्ल से बनते है। साबुन का अयानिक भाग जल में घुल जाता है। एवं कार्बन श्रृंखला तेल में घुल जाती है। इस प्रकार साबुन के अणु मिसेल संरचना तैयार करते है। जहाँ अणु का एक सिरा तेल कण की ओर तथा अयानिक सिरा बाहर का ओर होता हैं इससे पानी में इमल्शन तैयार होता है। इस प्रकार साबुन का मिसेल मैल को पानी में घुलने में मदद करता है। और हमारे कपडें साफ हो जाते है।

40. मेडल के प्रयोग से कैसे पता चलता है कि लक्षण स्वतंत्र रूप से विरासत में मिलते हैं?
उत्तर :- 
मेंडल ने दो भिन्न लक्षणों वाले मटर के पौधों को आपस में संकरित किया। उदाहरण के लिए, उन्होंने गोल और पीले बीज वाले पौधे को झुर्रीदार और हरे बीज वाले पौधे के साथ संकरित किया।

F1 पीढ़ी: पहली पीढ़ी (F1) के सभी पौधे गोल और पीले बीज वाले थे। इसका मतलब है कि गोल और पीला लक्षण प्रभावी थे।

F2 पीढ़ी: जब F1 पीढ़ी के पौधों को आपस में संकरित किया गया तो F2 पीढ़ी में चार प्रकार के पौधे मिले:
               • गोल और पीले
               • गोल और हरे
               • झुर्रीदार और पीले
               • झुर्रीदार और हरे
मेन्डल के प्रयोगों से यह स्पष्ट हो जाता है कि विभिन्न लक्षण स्वतंत्र रूप से वंशानुगत होते हैं।

41.10 Ω. 15 Ω, और 20 Ω के तीन प्रतिरोधक एक परिपथ में श्रेणीक्रम में जुड़े हुए है। यदि 15 Ω , प्रतिरोधक में विभव गिरावट (विभवांतर) 3V है, तो परिपथ में धारा और 10 Ω, प्रतिरोधक में विभव गिरावट ज्ञात कीजिए।
उत्तर :- 
हम जानते हैं कि श्रेणीक्रम में जुड़े सभी प्रतिरोधकों में से एक ही धारा प्रवाहित होती है।

ओम के नियम के अनुसार, V = I.R अतः,
 15 Ω प्रतिरोधक के लिए
                                   V=I.R 
                                   3=I X 15
                                   I = 3/15
                                   I = 0.2 A
10 Ω प्रतिरोधक में विभव गिरावट (V1) ज्ञात करनाः अब हम जानते हैं कि परिपथ में धारा 0.2 A है।

फिर से, ओम के नियम का उपयोग करते हुए, 
10 Ω प्रतिरोधक के लिए,
                                   V = I × R
                                   V = 0.2 ×10
                                    V = 2v
 इसलिए, V = 2 V अतः, परिपथ में धारा 0.2 एम्पियर है और 10 प्रतिरोधक में विभव गिरावट 2 वोल्ट है।


42. एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखे धारावाही चालक द्वारा अनुभव किये गये बल की दिशा निर्धारित करने के लिए प्रयुक्त नियम का नाम, विवरण तथा उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
उत्तर :- 
जब कोई धारावाही चालक एक चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो उस पर एक बल लगता है। इस बल की दिशा को निर्धारित करने के लिए हम फ्लेमिंग के बाएं हाथ के नियम का उपयोग करते हैं।
इस नियम के मुताबिक,
                  • अपने बाएं हाथ के अंगूठे, तर्जनी, और मध्यमा को एक-दूसरे के लंबवत रखें.

• अंगूठा, चालक पर लगने वाले बल की दिशा को बताता है.

• तर्जनी, चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को बताता है.

• मध्यमा, विद्युत धारा की दिशा को बताता है.



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