JAC Class 10 History Chapter 3 | क्लास 10th भूमंडलीकृत विश्व का बनना सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर | Bhumandlikrit Vishva ka Banna subjective question answer class 10th JAC Board

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JAC Class 10 History Chapter 3 | क्लास 10th भूमंडलीकृत विश्व का बनना सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर | Bhumandlikrit Vishva ka Banna subjective question answer class 10th JAC Board


JAC Class 10 History Chapter 3 : आप सभी लोग झारखंड बोर्ड परीक्षा 2024 में देने वाले हैं आप कक्षा 10th सोशल साइंस इतिहास का 3 चैप्टर भूमंडलीकृत विश्व का बनना का लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिया गया है बोर्ड परीक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है भूमंडलीकृत विश्व का बनना का ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर क्लास 10th का भी नीचे लिंक दिया गया है ,झारखंड बोर्ड क्लास 10th Hostory का सब्जेक्टिव क्वेश्चन ,झारखंड बोर्ड क्लास 10th इतिहास का सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर इस पेज में दिया गया है।
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भूमंडलीकृत विश्व का बनना लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर

Q1.वैश्वीकरण क्या है?
उत्तर :- वैश्वीकरण का अर्थ अपनी अर्थव्यवस्था का विश्व अर्थव्यवस्था से सामंजस्य स्थापित करना तथा किसी वस्तु, सेवा, विचार पद्धति, पूंजी, बौद्धिक संपदा अथवा सिद्धांत को विश्वव्यापी करना और विश्व के प्रत्येक देश का अन्य देशों के साथ अप्रतिबंधित आदान प्रदान करना

Q2.जी – 77 से क्या तात्पर्य है?
उत्तर :- 50 और 60 के दशक में विकासशील देशों को पश्चिमी देशों की अर्थव्यवस्था की तेज प्रगति से कोई लाभ नहीं मिला इसलिए उन्होंने अपना एक नया समूह बनाया जो जी 1-77 के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

Q3.गिरमिटिया मजदूर से क्या समझाते हैं?
उत्तर :- औपनिवेशिक शासन के दौरान बहुत सारे लोगों को काम करने के लिए दूसरे देशों में ले जाया जाता था। उन्हें एक एग्रीमेंट के तहत ले जाया जाता था, बाद में इसी एग्रीमेंट को यह मजदूर गिरमिट कहने लगे। जिससे आगे चलकर इन मजदूरों को गिरमिटिया मजदूर कहा जाने लगा।

Q4.वीटो का क्या अर्थ है?
उत्तर :- निषेधाधिकार। इसका यह मतलब है कि अगर किसी प्रस्ताव के पक्ष में सभी देश एकमत हो पर एक देश प्रस्ताव के पक्ष में नहीं है तो वह एक देश अपने शक्ति का इस्तेमाल कर उस प्रस्ताव को खारिज कर सकता है।

Q5.रिंडरपेस्ट क्या है?
उत्तर :- रिंडरपेस्ट पशुओं में होने वाली एक खतरनाक बीमारी है, जो 1890 के दशक में पूरे अफ्रीका महाद्वीप में फैल गई जिससे अफ्रीका में हजारों पशुओं की मौत हो गई और वहां के लोगों की आजीविका पर गहरा प्रभाव पड़ा।

Q6.भूमंडलीकृत विश्व के बनने की प्रक्रिया में कौन-कौन से कारक उत्तरदायी हैं?
उत्तर :- भूमंडलीकृत विश्व के बनने की प्रक्रिया में मुख्यता तीन कारक उत्तरदायी हैं-
i.व्यापार का
ii. काम की तलाश में एक जगह से दूसरी जगह जाते लोगों का
iii. पूंजी व बहुत सारी चीजों की वैश्विक आवाजाही का

Q7.होसे क्या है?
उत्तर :- दक्षिणी अमेरिका की एक देश त्रिनिदाद में मनाए जाने वाले मुहर्रम के मेले इमाम हुसैन के नाम पर उसे होसे कहते हैं।

Q8.जैविक युद्ध से क्या तात्पर्य है?
उत्तर :- जैविक युद्ध में किसी व्यक्ति, वस्तु अथवा पौधे को मारने के उद्देश्य से उसमें जीवाणु, विषाणु अथवा फफूंद जैसे जैविक आवेश अथवा संक्रमण कारी तत्वों का उपयोग किया जाता है। जैसे यूरोपीय सेना ने अमेरिका पर कब्जा करने के लिए चेचक नामक कीटाणु का प्रयोग एक हथियार के रूप में किया।

Q9. एन आई ई ओ (NIEO) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर :- एन आई ई ओ का अर्थ है- न्यू इंटरनेशनल इकोनामिक ऑर्डर (नई अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक प्रणाली) जिसका आशय है कि विकासशील देशों को इस नई व्यवस्था में अपने साधनों पर सही अर्थों का नियंत्रण मिल सके ।

Q10.19वीं सदी में यूरोपीय लोग अमेरिका की तरफ क्यों जाने लगे?
उत्तर :-
i. 19वीं सदी तक यूरोप में गरीबी और भूख का साम्राज्य था।
ii. नगरों में जनसंख्या काफी बढ़ गई थी और वहां भयानक रोग व्यापक रूप से फैले हुए थे।
iii. धार्मिक विवाद और धार्मिक असंतुष्टों को दंडित किया जा रहा था।
अतः लोग यूरोप छोड़कर अमेरिका में प्रवास करने लगे।

Q11.युद्धोत्तर अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उत्तर :- क) औद्योगिक विश्व में आर्थिक स्थिरता को बनाए रखा जाए।
 ख) पूर्ण रोजगार के साधनों का विकास करना ।

Q12.विनिमय दर से आप क्या समझते हैं?
उत्तर :- विनिमय दर किसी देश की मुद्रा को जोड़ना है। जिससे कि इसका प्रयोग दूसरे देशों के साथ व्यापार में किया जा सके। मुख्यतः दो विनिमय दर है स्थिर विनिमय दर और दूसरा अस्थिर विनिमय दर |

Q13. नहर बस्तियां किन्हे कहा जाता था? इन्हें क्यों और कहां स्थापित किया गया?
उत्तर :- पंजाब के अर्ध रेगिस्तानी जमीनों को उपजाऊ बनाने के लिए नहरों का जाल बिछा दिया गया। देखते ही देखते बंजर भूमियों नहरी बस्तियों में बदल गई। जहां गेहूं और कपास आदि फसलों की खूब जाता था। खेती होने लगी । इन्हीं बस्तियों को नहर बस्ती कहा

Q14.कृषि अर्थव्यवस्था पर प्रथम विश्वयुद्ध के प्रभाव का वर्णन करें।
उत्तर :- प्रथम विश्वयुद्ध का कृषि अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा युद्ध पूर्व पूर्वी यूरोप विश्व बाजार में गेहूं की आपूर्ति करने वाला एक बड़ा केंद्र था। युद्ध काल में आपूर्ति अस्त-व्यस्त हुई तो कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में गेहूं की उपज में अचानक बढ़ोतरी हो गई। जैसे ही युद्ध समाप्त हुआ यूरोप में गेहूं के उत्पादन में सुधार होने लगा और गेहूं के उत्पादन में आवश्यकता से अधिक वृद्धि हो गई जिसके कारण अनाज के दाम गिर गए ग्रामीणों की आप कम हो गई और किसान गहरे कर्ज में डूब गए।

Q14. उत्तर प्रथम विश्वयुद्ध में मशीनगन, टैंक, हवाई जहाजों और रासायनिक ब्रिटेन में औद्योगीकरण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या
उत्तर :- पहला विश्वयुद्ध आधुनिक औद्योगिक युद्ध था? व्याख्या करें। हथियारों का भयानक पैमाने पर इस्तेमाल किया गया था । यह सभी चीजें आधुनिक विशाल उद्योगों की देन थी। युद्ध के लिए दुनिया भर में असंख्य सिपाहियों की भर्ती की जानी थी और उन्हें विशाल जलपोत रेलगाड़ियों में भरकर युद्ध मोर्चे पर ले जाया जाना था। इस युद्ध ने मौत और विनाश की ऐसी विभीषिका रची कि उसकी औद्योगिक युग से पहले और औद्योगिक शक्ति के बिना कल्पना नहीं की जा सकती थी । युद्ध में 90 लाख से ज्यादा लोग मारे गए और दो करोड़ घायल हुए। अतः हम कह सकते हैं कि पहला

Q15.विश्वयुद्ध आधुनिक औद्योगिक युद्ध था।
उत्तर :-
i. औद्योगीकरण के कारण ब्रिटेन में कपास का उत्पादन फैलने लगा और उद्योगपतियों ने सरकार पर दबाव डाला कि वह कपास के आयात पर रोक लगाए और स्थानीय उद्योगों की रक्षा करें। ब्रिटेन में आपातित कपड़ों पर सीमा शुल्क थोप दी गई फलतः वहां भारतीय कपास का आयात कम होने लगा।

ii. 19वीं सदी के आरंभ से ही ब्रिटिश कपड़ा उत्पादक अन्य देशों में भी अपने कपड़े के लिए नए-नए बाजार ढूंढने लगे थे।

iii. ब्रिटिश मशीनों द्वारा बने कपड़ों ने भारतीय कपड़ा उद्योगों को अपने घर में ही भारी प्रतिस्पर्धा में डाल दिया। अतः सूती कपड़े के निर्यात में लगातार गिरावट आने लगी । सन 1800 के आसपास निर्यात में सूती कपड़े का प्रतिशत 30 था जो 1815 में घटकर 15% ही रह गया।

Q16.अफ्रीकी मजदूरों को प्रशिक्षित करने तथा कब्जे में रखने के लिए यूरोपीय मालिकों द्वारा क्या तरीके अपनाए जाते थे?

उत्तर :- –

i. अफ्रीकी मजदूरों को अपने कब्जे में रखने के लिए यूरोपीय मालिकों द्वारा उन पर भारी भरकम टैक्स लगाए जाते थे, ताकि अफ्रीकी लोग उसे चुकाने के लिए बागानों तथा खानों में काम करने के लिए मजबूर हो सके।

ii. कास्तकारी किसानों को उनकी जमीन से हटाने के लिए उत्तराधिकार कानून भी बदल दिए गए अब परिवार के किसी एक सदस्य को पैतृक संपत्ति मिलेगी ताकि अन्य सदस्यों को श्रम बाजार में धकेला जा सके।

iii. खान कर्मियों को बाड़ों में बंद कर दिया गया और उनके स्वतंत्र घूमने-फिरने पर पाबंदी लगा दी।

Q17. नई अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक प्रणाली क्या है?

उत्तर :- यह विकासशील देशों द्वारा 1970 के दशक में प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव का एक समुच्चय था। जिसके निम्नलिखित उद्देश्य थे

i. अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर विकास शील देशों के पक्ष में पुनर्विचार |

ii. विकासशील देश एक ऐसी व्यवस्था चाहते थे जो उन्हें उनके प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण दिला सकें।

iii. वे चाहते थे कि उन्हें कच्चे माल के सही दाम मिले और अपने तैयार माल को विकसित देशों के बाजारों में बेचने के लिए बेहतर पहुंच मिले।

iv. विकासशील देशों को बहुराष्ट्रीय निगमों की गतिविधियों को संचालित व नियंत्रित करने का अधिकार मिले।

Q18..ब्रेटन वुड्स समझौते का क्या अर्थ है?
उत्तर :- ब्रेटन वुड्स समझौता युद्धोत्तर अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था के फ्रेमवर्क का समझौता है, जो जुलाई 1944 में अमेरिका स्थित न्यू हैंपशायर के ब्रेटन वुड्स नामक स्थान पर संयुक्त राष्ट्रीय मौद्रिक एवं वित्तीय सम्मेलन में हुआ। युद्धोत्तर अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक विश्व में आर्थिक स्थिरता तथा पूर्ण रोजगार बनाए रखना था सदस्य देशों के विदेश व्यापार से लाभ और घाटे से निपटने के लिए ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में ही अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना की गई। युद्धोत्तर पुनर्निर्माण के लिए पैसे का इंतजाम करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विश्व बैंक का गठन किया गया।

Q19.17 वीं सदी से पहले होने वाले आदान-प्रदान के दो उदाहरण दीजिए। एक उदाहरण एशिया से और एक उदाहरण अमेरिका के बारे में चुने ।

उत्तर :- 17 वी सदी से पहले होने वाले आदान-प्रदान के दो उदाहरण-

i.चीन – 15 वीं शताब्दी तक बहुत सारे सिल्क मार्ग अस्तित्व में आ चुके थे। इसी रास्ते से चीनी पॉटरी जाती थी और इसी रास्ते से भारत व दक्षिण पूर्व एशिया के कपड़े व मसाले दुनिया के दूसरे भागों में पहुंचते थे। वापसी में सोने चांदी जैसी कीमती धातुएं यूरोप से एशिया पहुंचती थी, इतना ही नहीं यह सिल्क मार्ग केवल व्यापार का केंद्र नहीं था, बल्कि इसी रास्ते से कई देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी होते थे।

ii.अमेरिका- 17 वीं शताब्दी से पूर्व होने वाले आदान-प्रदान कई बार लोगों के लिए विनाश का कारण भी बन गए। जैसे जब स्पेनिश और पुर्तगाली सेना अमेरिका को जीतने के लिए अमेरिका पहुंचे तो वह अपने साथ अनेक बीमारियां विशेषकर चेचक के कीटाणु भी लेकर गए जिन्होंने इस बीमारी को पूरे अमेरिका महाद्वीप में फैला दिया जिसने पूरे के पूरे अमेरिकी समुदाय को खत्म कर डाला।

Q20. बताएं कि पूर्व आधुनिक विश्व में बीमारियों के वैश्विक प्रसार ने अमेरिकी भू-भागों के उपनिवेशीकरण में किस प्रकार मदद दी ?

उत्तर :-

i. सोलवीं सदी के मध्य तक पुर्तगाली और स्पेनिश सेनाओं की विजय का सिलसिला शुरू हो गया था, उन्होंने अमेरिका को उपनिवेश बनाना शुरू कर दिया था।

ii. यूरोपीय सेनाएं केवल अपनी सैनिक ताकत के दम पर नहीं जीतती थी उनके पास तो कोई परंपरागत किस्म का सैनिक हथियार था ही नहीं, यह हथियार तो चेचक जैसे कीटाणु थे जो स्पेनिश सैनिकों और अफसरों के साथ वहां जा पहुंचे थे।

iii. लाखों सालों से दुनिया से अलग रहने के कारण अमेरिका के लोगों के शरीर में इन बीमारियों से बचने के लिए रोग प्रतिरोधी क्षमता नहीं थी।

iv. परिणाम स्वरूप इस नए स्थान पर चेचक बहुत मारक साबित हुई और देखते ही देखते यह बीमारी पूरे अमेरिका महाद्वीप में फैल गई और इसने पूरे के पूरे समुदाय को खत्म कर डाला। इस तरह से घुसपैठियों की जीत का रास्ता आसान हो गया और उन्होंने बिना किसी चुनौती के बड़े साम्राज्यों को जीतकर

Q21. अमेरिका में उपनिवेशों की स्थापना की। खाद्य उपलब्धता पर तकनीक के प्रभाव को दर्शाने के लिए इतिहास से दो उदाहरण दें।

उत्तर :- 1890 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था सामने आ चुकी थी इससे तकनीक में भी काफी बदलाव आ चुका था खाद्य उपलब्धता पर भी तकनीक का प्रभाव पड़ने लगा जो इस प्रकार है-

i. रेल का विकास- अब भोजन किसी आसपास के गांव या कस्बे से नहीं बल्कि हजारों मील दूर से आने लगा था। खाद्य पदार्थों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए रेलवे का इस्तेमाल किया जाने लगा था। बड़े आकार के जल पोतों द्वारा अब खाद्य पदार्थों को दूर-दूर के बाजारों में कम लागत पर और आसानी से पहुंचाना आसान हो गया।

ii. रेफ्रिजरेटर की तकनीक युक्त जहाजों के कारण अब अमेरिका से यूरोप भेजे जाने वाली चीजों को जो जल्दी खराब होती थी जैसे फल, दूध, मांस आदि को भी लंबी यात्राओं में ले जाया जाना आसान हो गया । इससे ना केवल समुद्री यात्रा में आने वाला खर्चा कम हुआ बल्कि यूरोप में मांस के दाम गिर गए और वहां के लोगों को एक अच्छी खुराक मिलने लगी।

Q21. कॉर्न लॉ के समाप्त करने के बारे में ब्रिटिश सरकार के प्रभाव की व्याख्या करते हुए संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।

उत्तर :- ब्रिटिश संसद ने 19वीं शताब्दी में जो कानून अपने भू-स्वामियों के हितों की रक्षा के लिए पास किए उन्हें कॉर्न लॉ कहा जाता है। इन कानून द्वारा विदेशों से आने वाली मक्का के आयात पर पाबंदी लगा दी गई। परिणाम स्वरूप जब खाद्य पदार्थों की ऊंची कीमतों से परेशान लोगों ने हाहाकार मचा दी तो ब्रिटिश सरकार ने कॉर्न लॉ को फौरन समाप्त कर दिया।

इस कानून को हटाने के बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव पड़े-

i.खाद्य सामग्री सस्ती हो गई जिससे साधारण और गरीब जनता को खूब लाभ रहा।

ii. जब खाद्य पदार्थ सस्ते दामों में ब्रिटेन आने लगे तो वहां के भूस्वामी बर्बाद हो गए।

iii. खेती करने वाले बहुत से किसान बेरोजगार हो गए और लोग नौकरी की तलाश में शहरों की ओर जाने लगे।

Q22.” अफ्रीका में रिंडरपेस्ट का आना” के प्रभाव की व्याख्या करते हुए संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।

उत्तर :- अफ्रीका में रिंडरपेस्ट का आना- रिंडरपेस्ट मवेशियों में प्लेग की भांति फैलने वाली एक खतरनाक बीमारी थी जो 18 90 के दशक में अफ्रीका में बड़े पैमाने पर फैल गई थी। इस बीमारी ने हजारों लोगों के भाग्य को बदल कर रख दिया। अफ्रीका महादेश के पूर्वी हिस्से से महाद्वीप में प्रवेश करने वाली ब्रिटिश आधिपत्य वाले एशियाई देशों के जानवरों के द्वारा यह बीमारी यहां पहुंची थी। लगभग 5 वर्षों में अफ्रीका के 90% पशु इस बीमारी से मारे गए पशुओं के मारे जाने पर अपनी सत्ता को मजबूत करने तथा अफ्रीका वासियों को श्रम बाजार में धकेलने के लिए वहां के पूंजीपतियों ने उनके बचे खुचे पशुओं को भी अपने कब्जे में ले – लिया, इस प्रकार अफ्रीकी लोगों को दास अथवा गुलाम बनाने के भरपूर मौके उपलब्ध हो गए।

Q23. भारतीय अर्थव्यवस्था पर महामंदी के प्रभाव पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।

उत्तर :- भारतीय अर्थव्यवस्था पर महामंदी के प्रभाव-

i. महामंदी के कारण भारत के कृषिगत पदार्थों के आयात -निर्यात में अत्याधिक कमी आ गई जो 1928 से 1934 के बीच घटकर लगभग आधे रह गए।

ii. जब अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में कमी आई तो भारत में भी वस्तुओं के दामों में काफी कमी आ गई इस दौरान भारत में गेहूं की कीमत में 50% तक की कमी हो गई।

iii. इस महामंदी का बंगाल के पटसन पैदा करने वाले लोगों पर विशेष रूप से विनाशकारी प्रभाव पड़ा पटसन के मूल्यों में कोई 60% की गिरावट आ गई। जिससे बंगाल के पटसन उत्पादक बर्बाद हो गए .

iv. छोटे-छोटे किसान भी इस बर्बादी से ना बच सके उनकी आर्थिक दशा खराब होती जा रही थी दूसरी तरफ सरकार द्वारा लगान में किसी प्रकार की छूट नहीं दी जा रही थी।

v.1930 में शुरू होने वाले सिविल अवज्ञा आंदोलन इस आर्थिक मंदी का सीधा परिणाम था क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र अशांति का क्षेत्र बन चुके थे।

Q24. 16 वीं सदी में दुनिया सिकुड़ने लगी थी इसका क्या मतलब है व्याख्या करें।

उत्तर :-

i. संसार के विभिन्न महाद्वीपों के लोगों के बीच पारस्परिक संबंधों में वृद्धि से है।

ii.16वीं सदी से पहले तक विभिन्न महाद्वीपों के लोगों के बीच अंतर्संबंध व्यापार और व्यवसाय का अभाव था।

iii. परंतु सोलवीं सदी में संसार के विभिन्न लोगों के संबंधों में वृद्धि हुई।

iv. सोलवीं सदी में संसार के महाद्वीपों के बीच व्यापार व्यवसाय, सांस्कृतिक विचारों का आदान-प्रदान और लोगों का आना जाना बढ़ा, इससे लोग एक-दूसरे के नजदीक आए और लोगों को लगा कि दुनिया सिकुड़ने लगी।




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