विधुत धारा के चुंबकीय प्रभाव Subjective Question
दोस्तों इस पोस्ट में कक्षा 10 वीं भौतिक विज्ञान का प्रश्नावली विधुत धारा के चुंबकीय प्रभाव का महत्वपूर्ण लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न दिया गया है जो मैट्रिक परीक्षा के लिए काफी ही महत्वपूर्ण है|
[1] विधुत फ्यूज क्या है, यह किस मिश्र धातु का बना होता है ?
उत्तर ⇒ विधुत परिपथों के लिए फ्यूज तार का उपयोग होता है। यह अतिभारण अथवा लघुपथन के कारण उत्पन्न उच्च विधुत धारा के बहने पर यह गल जाता है तथा सुरक्षा प्रदान करता है। फ्यूज तार ताँबे तथा टिन के मिश्रधातु से बना होता है।
[2] लघुपथन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ किसी कारण से जब जीवित तार और उदासीन तार एक दूसरे से सट जाते हैं तो लघुपथन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इस परिस्थिति में प्रतिरोध शून्य हो जाता है और परिपथ में तीव्र धारा बहने लगती है। धारा के उच्च होने पर काफी ताप उत्पन्न होता है जिससे अग्नि की उत्पत्ति होने लगती है तथा परिपथ में आग लगने का भय रहता है।
[3] विधुत बल्ब में निष्क्रिय गैस क्यों भरी जाती है ?
उत्तर ⇒ बल्ब के अंदर टंगस्टन करता रहता है। इस तार का बना कुंडली बल्ब के अंदर उत्पन्न ताप के कारण प्रकाश देता है। अगर बल्ब में ऑक्सीजन की उपस्थिति होगी तो कुण्डली आक्सीकृत होकर जल जाएगा और बल्ब फ्यूज कर जाएगा। यही कारण है कि बल्ब के अंदर निष्क्रिय गैसें ( N2, Ar) आदि भरी जाती है ताकि बल्ब फ्यूज नहीं हो सके।
[4] विधुत धारा के चुंबकीय प्रभाव से संबंधित दक्षिण हस्त अंगूठा का नियम लिखें।
उत्तर ⇒ दक्षिण – हस्त अंगूठा का नियम — जब दाहिने हाथ तर्जनी अंगुली मध्यमिका अंगुली और अंगूठा इस प्रकार फैलाकर रखा जाता है कि तीन अंगुलियां एक दूसरे के साथ लंबवत हो, अगर तर्जनी अंगुली चुंबकीय बल की दिशा की ओर, अंगूठा चुंबक की गति की दिशा की ओर इंगित करें तो माध्यमिका अंगुली प्रेरित धारा की दिशा को इंगित करेगा।
[5] दिष्ट धारा के कुछ स्रोतों के नाम लिखें।
उत्तर ⇒ बैटरी और विधुत मोटर
[6] दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक – दूसरे को परिच्छेद क्यों नहीं करती है ?
उत्तर ⇒ अगर चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक – दूसरे को परिच्छेद करती है तो क्षेत्र के किसी बिंदु विशेष पर दिक् सूची दो दिशाओं को इंगित करेगा जो असंभव है। यही कारण है कि दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को परिच्छेद नहीं करती है।
[7] चुंबकीय क्षेत्र को उत्पन्न करने वाले तीन तरीकों की सूची बनाइए :
उत्तर ⇒ (i) प्राकृतिक एवं कृत्रिम चुंबक
(ii) विधुत चुंबक
(iii) एक चालक, एक कुण्डली एवं एक परिनालिका जिससे विधुत धारा प्रवाहित होती है।
[8] विधुत चुम्बक और स्थायी चुम्बक में अंतर बतावें।
उत्तर ⇒ नरम लोहे के क्रोड पर धारावाही कुंडली लपेट कर धारा प्रवाहित की जाये तो यह विधुत चुम्बक बन जाता है। इसका चुम्बकत्व तभी तक रहता है जब तक कुंडली में विधुत धारा प्रवाहित होती रहती है।
कार्बन स्टील के छड़ को धारावाही कुंडली के गर्भ में रख दिया जाये तो कुछ देर बाद यह चुम्बक बन जाता है। अब धारा का बहना बंद कर दिया जाता है तब भी यह छड़ अपने चुम्बकत्व का त्याग नहीं करता है। यह स्थाई चुंबक कहलाता है।
[9] विधुत चुंबक की विशेषताओं को लिखें।
उत्तर ⇒ (i) विधुत चुंबक का चुंबकत्व स्थायी नहीं होता है। जब तक धारा बहती है चुंबकत्व कायम रहता है और धारा के बंद होने पर चुंबकत्व समाप्त हो जाता है।
(ii) विधुत चुंबक के एक छोर पर उत्तरी ध्रुव तथा दूसरे छोर पर दक्षिणी ध्रुव पैदा हो जाते हैं। धारा की दिशा उलटने पर ध्रुवों की स्थिति बदल जाती है।
(iii) विधुत चुंबक के चुंबकत्व की तीव्रता परिनालिका में फेरों की संख्या, धारा के मान तथा क्रोड की प्रकृति पर निर्भर करता है।
[10] विधुत चुंबकीय प्रेरण से क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ वह प्रक्रम जिसके द्वारा किसी चालक के परिवर्ती चुंबकीय क्षेत्र के कारण अन्य चालक में विधुत धारा प्रेरित होती है, विधुत चुंबकीय प्रेरण कहलाता है।
[11] चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुण की सूची बनाइए।
उत्तर ⇒ (i) यह बल रेखाएँ बंद वक्र होती है।
(ii) जहां पर क्षेत्र रेखाएँ एक दूसरे के निकट रहती है वहां चुंबकीय क्षेत्र अधिक प्रबल होता है।
(iii) दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को प्रतिच्छेद नहीं करती है।
[12] विधुत जनित्र के सिद्धांत क्या है ?
उत्तर ⇒ विधुत जनित्र में यांत्रिक ऊर्जा का उपयोग चुंबकीय क्षेत्र में रखें किसी चालक को घूर्णी गति प्रदान करने में किया जाता है। इसी कारण विधुत धारा उत्पन्न होती है। अतः विधुत जनित्र में यांत्रिक ऊर्जा को विधुत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
[13] विधुत धारा की प्रबलता की परिभाषा दें।
उत्तर ⇒ किसी चालक तार से प्रति सेकंड बहने वाली आवेश को विधुत धारा की प्रबलता कही जाती है। I = Q/t
[14] चुंबक किसे कहते हैं ?
उत्तर ⇒ वह पदार्थ चुंबक कह जाते हैं जो चुंबकीय पदार्थ को अपनी और आकर्षित करता है। इसे स्वतंत्रतापूर्वक वायु में लटकाने पर उत्तर दक्षिण दिशा को इंगित करता है। इसमें उत्तर और दक्षिण तो ध्रुव होते हैं।
[15] चुंबक के निकट लाने पर दिक् सूचक की सुई विक्षेपित क्यों हो जाती है ?
उत्तर ⇒ दिक् सूचक सुई भी एक छोटा चुंबक है जिसमें N ध्रुव और S ध्रुव मौजूद है। जब चुंबक के समीप इसे लाया जाता है तो इनके ध्रुवों के बीच आकर्षण अथवा प्रतिकर्षण के कारण चुंबकीय सुई विक्षेपित हो जाती है।
[16] फ्यूज के तार की तीन प्रमुख विशेषताएं क्या है ?
उत्तर ⇒ फ्यूज के तार की तीन प्रमुख विशेषताएं निम्नांकित है ——
(i) इसका प्रतिरोध उच्च होता है।
(ii) इसका गलनांक न्यूनतम होता है।
(iii) घरों में 220V पर 5A अनुमतांक का फ्यूज व्यवहार होता है।
[17] विधुत चुंबक के चुंबकत्व की तीव्रता किन किन बातों पर निर्भर करता है ?
उत्तर ⇒ विधुत चुंबक के चुंबकत्व की तीव्रता निम्नलिखित बातों पर निर्भर करता है —
(i) परिनालिका के फेरों की संख्या— फेरों की संख्या(N) बढ़ने से चुंबकत्व की तीव्रता (B) समानुपाती ढंग से बढ़ती है।
(ii) धारा का मान —— धारा का मान(I) बढ़ने पर चुंबकत्व की तीव्रता(B) समानुपाती ढंग से बढ़ती है।
(iii) क्रोड की प्रकृति पर —— परिनालिका के अंदर नरम लोहे का व्यवहार करने पर अधिक शक्तिशाली चुंबक बनता है। लेकिन इस्पात के व्यवहार करने पर कम शक्तिशाली चुंबक बनता है।